गीतकार-कवि इब्राहिम अश्क का कोविड-19 जटिलताओं के कारण निधन
punjabkesari.in Sunday, Jan 16, 2022 - 10:26 PM (IST)
मुंबई, 16 जनवरी (भाषा) गीतकार इब्राहिम अश्क का रविवार को कोविड-19 संबंधी जटिलताओं और निमोनिया के कारण निधन हो गया। उनकी बेटी ने यह जानकारी दी।
वह 70 वर्ष के थे। अश्क को ‘‘कहो ना प्यार है’’ और ‘‘कोई... मिल गया’’ जैसी फिल्मों के लिए गाने लिखने के लिए जाना जाता है।
उनकी बेटी मुस्सफा ने बताया कि सांस फूलने की शिकायत के बाद शनिवार को अश्क को शहर के मेडिटेक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बेटी ने बताया कि उनके पिता के कोविड-19 निमोनिया से ग्रस्त होने का पता चला था, जिससे उनके फेफड़े प्रभावित हुए।
मुस्सफा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘बहुत बीमार होने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनके कोविड से संक्रमित होने का पता चला था। उन्हें कोविड निमोनिया था, जिसके बारे में डॉक्टरों ने हमें बताया कि उनके फेफड़े प्रभावित थे और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। आज शाम लगभग चार बजे उनका निधन हो गया।’’
उन्होंने बताया कि उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में जन्मे अश्क ने 1974 में इंदौर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर किया था। वह उर्दू भाषा के कवि थे। उन्होंने बाद में एक पत्रकार के रूप में भी काम किया।
एक गीतकार के रूप में बॉलीवुड में उनके लोकप्रिय काम में ‘‘कहो ना प्यार है’’, ‘‘ना तुम जानो ना हम’’, ‘‘कोई मिल गया’’, ‘‘इधर चला में उधर चला’’ और ‘‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’’ जैसे हिट गीत शामिल हैं।
उनके परिवार में पत्नी, मुस्सफा के अलावा दो बेटियां हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
वह 70 वर्ष के थे। अश्क को ‘‘कहो ना प्यार है’’ और ‘‘कोई... मिल गया’’ जैसी फिल्मों के लिए गाने लिखने के लिए जाना जाता है।
उनकी बेटी मुस्सफा ने बताया कि सांस फूलने की शिकायत के बाद शनिवार को अश्क को शहर के मेडिटेक अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बेटी ने बताया कि उनके पिता के कोविड-19 निमोनिया से ग्रस्त होने का पता चला था, जिससे उनके फेफड़े प्रभावित हुए।
मुस्सफा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘बहुत बीमार होने के बाद उन्हें शनिवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वहां उनके कोविड से संक्रमित होने का पता चला था। उन्हें कोविड निमोनिया था, जिसके बारे में डॉक्टरों ने हमें बताया कि उनके फेफड़े प्रभावित थे और उन्हें सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। आज शाम लगभग चार बजे उनका निधन हो गया।’’
उन्होंने बताया कि उनका अंतिम संस्कार सोमवार सुबह किया जाएगा।
मध्य प्रदेश में जन्मे अश्क ने 1974 में इंदौर विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर किया था। वह उर्दू भाषा के कवि थे। उन्होंने बाद में एक पत्रकार के रूप में भी काम किया।
एक गीतकार के रूप में बॉलीवुड में उनके लोकप्रिय काम में ‘‘कहो ना प्यार है’’, ‘‘ना तुम जानो ना हम’’, ‘‘कोई मिल गया’’, ‘‘इधर चला में उधर चला’’ और ‘‘आप मुझे अच्छे लगने लगे’’ जैसे हिट गीत शामिल हैं।
उनके परिवार में पत्नी, मुस्सफा के अलावा दो बेटियां हैं।
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