विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सलाहकार समिति गठित करने की राय कांग्रेस को दी थी: ममता बनर्जी

punjabkesari.in Wednesday, Dec 01, 2021 - 05:33 PM (IST)

मुंबई, एक दिसंबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित करने की सलाह उन्होंने कांग्रेस को दी थी, लेकिन यह योजना परवान नहीं चढ़ी।

यहां सिविल सोसायटी के लोगों के साथ बातचीत में बनर्जी ने कहा कि अगर सभी क्षेत्रीय पार्टियां साथ आ गईं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराना आसान होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘हम कहना चाहते हैं, भाजपा हटाओ, देश बचाओ।’’ बनर्जी ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी तृणमूल कांग्रेस अपने उम्मीदवार नहीं उतारेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं नहीं चाहती कि मेरा विपक्ष (प्रतिद्वंद्वी) अपनी रणनीति बनाए। इसलिए, मैं ज्यादा कुछ नहीं बता रही हूं।’’
तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस के संबंध में आयी दूरी की पृष्ठभूमि में बनर्जी शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के नेताओं से मिलने मुंबई की तीन दिवसीय यात्रा पर आयीं हैं ।

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में इस साल बनर्जी की पार्टी को मिली जीत के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है। हाल ही में मेघालय में कांग्रेस के 17 विधायकों में से 12 तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए, जिससे वह राज्य में मुख्य विपक्षी पार्टी बन गई।

यह पूछने पर कि क्या वह भाजपा के खिलाफ विपक्षी गठबंधन का नेतृत्व करेंगी, बनर्जी ने कहा कि वह ‘‘जमीन से जुड़़ी कार्यकर्ता हैं’’ और ऐसी ही रहना चाहती हैं।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए बनर्जी ने कहा, ‘‘राजनीति में निरंतर प्रयास आवश्यक है। आप हमेयाा विदेश में नहीं रह सकते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने कांग्रेस को सलाह दी थी कि विपक्ष को दिशा दिखाने के लिए सिविल सोसायटी के प्रतिष्ठित लोगों की एक सलाहकार समिति गठित की जाए, लेकिन कुछ नहीं हुआ।’’
बनर्जी ने कहा कि भाजपा ‘‘सुरक्षित’’ नहीं है और देश को सुरक्षित रखने की जरुरत है।

उन्होंने दावा किया, ‘‘अपने कार्यकर्ताओं पर विश्वास रखें। तीनों कृषि कानून (केन्द्र सरकार द्वारा) वापस लिए गए और संसद में चर्चा की अनुमति नहीं दी गई... क्यों? क्योंकि वे डरे हुए हैं कि (कृषि कानून) निरस्त करने का फैसला उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं (तृणमूल कांग्रेस) उत्तर प्रदेश चुनाव नहीं लड़ रही हूं।’’ उन्होंने कहा कि तृणमूल बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी तबकों के लिए काम करेगी, लेकिन गरीबों पर ज्यादा ध्यान देगी।

उन्होंने कहा कि गैरकानूनी गतिविधियां निषेध कानून (यूएपीए) का देश में दुरुपयोग हो रहा है।

तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने दावा किया, ‘‘यूएपीए आंतरिक सुरक्षा और बाहरी खतरों से रक्षा के लिए है। यह आम लोगों के लिए नहीं है। यूएपीए का बुरी तरह दुरुपयोग हो रहा है। आयकर विभाग, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का भी दुरुपयोग हो रहा है।’’
बनर्जी ने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है और वह अपने अंतिम सांस तक लड़ेंगी।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह सभी सार्वजनिक उपक्रमों को बेचे जाने के खिलाफ हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘और रोजगार सृजन होना चाहिए। हमें लगता है कि सार्वजनिक और निजी क्षेत्र को साथ-साथ चलना चाहिए, लेकिन रोजगार और गरीबों पर कुप्रभाव नहीं पड़ना चाहिए।’’
आज राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के संबंध में बनर्जी ने कहा कि महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल के संबंध अच्छे हैं । उन्होंने कहा, ‘‘चलो एकजुट हों, लोगों को न्यास दें और अपने देश तथा लोकतंत्र की रक्षा करें।’’

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