विदेशी मुद्रा भंडार वैश्विक झटकों से बचाएगा नहीं, प्रबंधन में मदद करेगा : सुब्बाराव
punjabkesari.in Wednesday, Oct 13, 2021 - 10:05 PM (IST)
मुंबई, 13 अक्टूबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव ने कहा है कि भारत का मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार उसे किसी वैश्विक झटके से बचा नहीं सकेगा, लेकिन यह उसके बेहतर प्रबंधन में मदद करेगा।
क्रिसिल रेटिंग्स द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने बुधवार को कहा कि देश में यह गलत धारणा है कि मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार से भारत वैश्विक झटकों से सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वैश्विक झटकों से बचे नहीं रहेंगे। उनका असर यहां भी दिखेगा। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार इन झटकों के प्रबंधन में मदद करेगा। विदेशी मुद्रा भंडार दबाव से बचाता नहीं है, यह दबाव के प्रबंधन में मदद करता है।’’
एक अक्टूबर, 2021 को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 637.47 अरब डॉलर था।
उन्होंने कहा कि आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में जब भी मौद्रिक नीत को सामान्य किया जाएगा, यहां से पूंजी का प्रवाह होगा। रिजर्व बैंक उस समय विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप कर विनिमय दरों का प्रबंधन कर सकेगा।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
क्रिसिल रेटिंग्स द्वारा आयोजित एक वेबिनार को संबोधित करते हुए सुब्बाराव ने बुधवार को कहा कि देश में यह गलत धारणा है कि मजबूत विदेशी मुद्रा भंडार से भारत वैश्विक झटकों से सुरक्षित रहेगा।
उन्होंने कहा, ‘‘हम वैश्विक झटकों से बचे नहीं रहेंगे। उनका असर यहां भी दिखेगा। हमारा विदेशी मुद्रा भंडार इन झटकों के प्रबंधन में मदद करेगा। विदेशी मुद्रा भंडार दबाव से बचाता नहीं है, यह दबाव के प्रबंधन में मदद करता है।’’
एक अक्टूबर, 2021 को देश का विदेशी मुद्रा भंडार 637.47 अरब डॉलर था।
उन्होंने कहा कि आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में जब भी मौद्रिक नीत को सामान्य किया जाएगा, यहां से पूंजी का प्रवाह होगा। रिजर्व बैंक उस समय विदेशी मुद्रा बाजार में हस्तक्षेप कर विनिमय दरों का प्रबंधन कर सकेगा।
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