सतत वृद्धि के लिये कौशल, लोकतंत्र प्रमुख तत्व : झुनझुनवाला
punjabkesari.in Friday, Oct 08, 2021 - 09:08 PM (IST)
मुंबई, आठ अक्टूबर (भाषा) जाने-माने निवेशक राकेश झुनझुनवाला ने शुक्रवार को कहा कि कौशल और लोकतंत्र सतत वृद्धि के लिये मुख्य तत्व हैं। उन्होंने कहा कि वह भारतीय बाजार को लेकर काफी आशान्वित हैं।
झुनझुनवाला ने ''इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021'' में कहा, ‘‘यदि आप इतिहास की पड़ताल करें, तो पाएंगे कि लोकतंत्र लोगों को सोचने और कार्य करने के लिए मजबूर करता है। इसलिए, कौशल और लोकतंत्र सतत विकास के मुख्य चालक हैं।’’ बाजार को लेकर उन्होंने कहा कि वह स्वाभाविक रूप से आशावान हैं और भारत आर्थिक रूप से एक ऐसे चरण में पहुंच रहा है जो उसे पहले कभी नहीं देखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैं कहता था कि हमारा समय आएगा, लेकिन अब मैं कह रहा हूं कि हमारा समय पहले ही आ चुका है... अभी और भी बहुत सारी बचत आने वाली हैं... इसलिए, मैं बहुत आशावादी हूं...।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी हालिया मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने ज्यादा कुछ बताए बिना कहा कि उन्होंने अर्थव्यवस्था के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ने वाली है।’’ विमानन क्षेत्र में उनके प्रवेश के बारे में पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने कहा कि वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकते लेकिन वह किसी भी नतीजे के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या होता है। अगर यह सफल हो जाता है, तो मैं आपको इसके बारे में बताऊंगा और अगर यह विफल हो जाता है, तो मैं बस इतना कहूंगा कि मैंने इसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं किया। मैं सोच-समझकर जोखिम ले रहा हूं ... मैं आशान्वित हूं और विफलता के लिए तैयार हूं।’’ विनिवेश के बारे में उन्होंने कहा कि मार्च 2022 तक करीब 10-12 कंपनियों के विनिवेश की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘बीपीसीएल, एलआईसी, कंटेनर कॉर्पोरेशन, शिपिंग कॉर्पोरेशन और कुछ अन्य... मुझे लगता है कि अब से लेकर 31 मार्च, 2022 के बीच एलआईसी सहित 10-12 कंपनियों के विनिवेश होंगे, जिसके बारे में सरकार बहुत गंभीर है।’’
झुनझुनवाला ने आगे कहा, ‘‘जोखिम चार अक्षर का शब्द है और जीवन का सार है। हम इसकी भविष्यवाणी कर सकते हैं लेकिन हम इसे नहीं जान सकते। केवल भविष्य ही हमें बताएगा कि यह क्या है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक बहुत ही नपा-तुला जोखिम लेने वाला हूं। जब आप जोखिम लेते हैं, तो आपको इसके बारे में जागरूक होना चाहिए और अगर चीजें आपके खिलाफ जाती हैं, तो आप बिना किसी भावनात्मक क्षति या किसी भी वित्तीय क्षति के उस नुकसान को सहन करने में सक्षम होना चाहिए।’’
झुनझुनवाला ने कहा, ‘‘मैं बाजारों का अनुमान लगाना पसंद करता हूं। कभी-कभी मैं सही होता हूं और कभी-कभी मैं गलत होता हूं। जब मैं सही होता हूं, तो मैं उत्साहित महसूस करता हूं और जब मैं गलत होता हूं, तो मैं सीखता हूं ... मैं वैसी कोई गलती करने से नहीं डरता, जिसे मैं सह सकता हूं।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
झुनझुनवाला ने ''इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2021'' में कहा, ‘‘यदि आप इतिहास की पड़ताल करें, तो पाएंगे कि लोकतंत्र लोगों को सोचने और कार्य करने के लिए मजबूर करता है। इसलिए, कौशल और लोकतंत्र सतत विकास के मुख्य चालक हैं।’’ बाजार को लेकर उन्होंने कहा कि वह स्वाभाविक रूप से आशावान हैं और भारत आर्थिक रूप से एक ऐसे चरण में पहुंच रहा है जो उसे पहले कभी नहीं देखा गया।
उन्होंने कहा, ‘‘पहले मैं कहता था कि हमारा समय आएगा, लेकिन अब मैं कह रहा हूं कि हमारा समय पहले ही आ चुका है... अभी और भी बहुत सारी बचत आने वाली हैं... इसलिए, मैं बहुत आशावादी हूं...।’’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी हालिया मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने ज्यादा कुछ बताए बिना कहा कि उन्होंने अर्थव्यवस्था के बारे में बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने प्रधानमंत्री से कहा कि अर्थव्यवस्था रफ्तार पकड़ने वाली है।’’ विमानन क्षेत्र में उनके प्रवेश के बारे में पूछे जाने पर झुनझुनवाला ने कहा कि वह ज्यादा कुछ नहीं कह सकते लेकिन वह किसी भी नतीजे के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम देखेंगे कि क्या होता है। अगर यह सफल हो जाता है, तो मैं आपको इसके बारे में बताऊंगा और अगर यह विफल हो जाता है, तो मैं बस इतना कहूंगा कि मैंने इसके बारे में कुछ ज्यादा नहीं किया। मैं सोच-समझकर जोखिम ले रहा हूं ... मैं आशान्वित हूं और विफलता के लिए तैयार हूं।’’ विनिवेश के बारे में उन्होंने कहा कि मार्च 2022 तक करीब 10-12 कंपनियों के विनिवेश की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘बीपीसीएल, एलआईसी, कंटेनर कॉर्पोरेशन, शिपिंग कॉर्पोरेशन और कुछ अन्य... मुझे लगता है कि अब से लेकर 31 मार्च, 2022 के बीच एलआईसी सहित 10-12 कंपनियों के विनिवेश होंगे, जिसके बारे में सरकार बहुत गंभीर है।’’
झुनझुनवाला ने आगे कहा, ‘‘जोखिम चार अक्षर का शब्द है और जीवन का सार है। हम इसकी भविष्यवाणी कर सकते हैं लेकिन हम इसे नहीं जान सकते। केवल भविष्य ही हमें बताएगा कि यह क्या है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक बहुत ही नपा-तुला जोखिम लेने वाला हूं। जब आप जोखिम लेते हैं, तो आपको इसके बारे में जागरूक होना चाहिए और अगर चीजें आपके खिलाफ जाती हैं, तो आप बिना किसी भावनात्मक क्षति या किसी भी वित्तीय क्षति के उस नुकसान को सहन करने में सक्षम होना चाहिए।’’
झुनझुनवाला ने कहा, ‘‘मैं बाजारों का अनुमान लगाना पसंद करता हूं। कभी-कभी मैं सही होता हूं और कभी-कभी मैं गलत होता हूं। जब मैं सही होता हूं, तो मैं उत्साहित महसूस करता हूं और जब मैं गलत होता हूं, तो मैं सीखता हूं ... मैं वैसी कोई गलती करने से नहीं डरता, जिसे मैं सह सकता हूं।’’
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