महाराष्ट्र के सतारा में बारिश से जुड़ी घटनाओं में छह की मौत
punjabkesari.in Friday, Jul 23, 2021 - 07:04 PM (IST)
मुंबई, 23 जुलाई (भाषा) पश्चिमी महाराष्ट्र के सतारा जिले में बारिश से जुड़ी घटनाओं में शुक्रवार को कम से कम छह लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन लोग लापता हैं। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
इससे पहले, जिला पुलिस ने कहा था कि रात में पाटन तहसील के अंबेघर और मीरगांव गांवों में आठ घरों के भूस्खलन की चपेट में आने के बाद 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है और बचाव अभियान जारी है।
अधिकारी ने कहा, “भूस्खलन और अन्य घटनाओं में जवाली तहसील में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि वाई तहसील में दो अन्य लोगों की मौत हो गई। पाटन तहसील में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं में एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई।" उन्होंने कहा, “जवाली तहसील में चार लोग बाढ़ के पानी में बह गए, जिनमें से दो मृत पाए गए। बाकी दो अभी भी लापता हैं। महाबलेश्वर का एक व्यक्ति भी लापता है।" सतारा के प्रभारी मंत्री बालासाहेब पाटिल ने कहा कि पाटन तहसील के विभिन्न हिस्सों में 20 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
उन्होंने कहा, "हमने अपने जीवनकाल में इतनी भारी और मूसलाधार बारिश कभी नहीं देखी।" मंत्री ने कहा कि पाटन तहसील के पाली गांव में एक पुल 1991 के बाद पहली बार पानी में डूबा है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
इससे पहले, जिला पुलिस ने कहा था कि रात में पाटन तहसील के अंबेघर और मीरगांव गांवों में आठ घरों के भूस्खलन की चपेट में आने के बाद 20 लोगों के फंसे होने की आशंका है और बचाव अभियान जारी है।
अधिकारी ने कहा, “भूस्खलन और अन्य घटनाओं में जवाली तहसील में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि वाई तहसील में दो अन्य लोगों की मौत हो गई। पाटन तहसील में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ की अलग-अलग घटनाओं में एक महिला और एक पुरुष की मौत हो गई।" उन्होंने कहा, “जवाली तहसील में चार लोग बाढ़ के पानी में बह गए, जिनमें से दो मृत पाए गए। बाकी दो अभी भी लापता हैं। महाबलेश्वर का एक व्यक्ति भी लापता है।" सतारा के प्रभारी मंत्री बालासाहेब पाटिल ने कहा कि पाटन तहसील के विभिन्न हिस्सों में 20 से अधिक लोग फंसे हुए हैं।
उन्होंने कहा, "हमने अपने जीवनकाल में इतनी भारी और मूसलाधार बारिश कभी नहीं देखी।" मंत्री ने कहा कि पाटन तहसील के पाली गांव में एक पुल 1991 के बाद पहली बार पानी में डूबा है।
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