जसलोक अस्पताल का गैर कोविड मरीजों का इलाज नहीं करने से इनकार, बीएमसी ने अपना फैसला बदला
punjabkesari.in Friday, Apr 16, 2021 - 08:18 PM (IST)
मुंबई, 16 अप्रैल (भाषा) शहर में स्थित जसलोक अस्पताल ने स्पष्ट किया है कि वह गंभीर रूप से बीमार गैर कोविड मरीजों का इलाज भी जारी रखेगा जबकि बृहन्मुंबई महानगर पालिका की योजना इसे कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों के उपचार के लिये समर्पित अस्पताल बनाने की थी।
नगर निकाय ने शुक्रवार को अपना फैसला बदल दिया और कहा कि वह फिलहाल वहां इलाज करा रहे मरीजों की जिंदगी को जोखिम में नहीं डालना चाहता।
बीएमसी ने बुधवार को एक परिपत्र जारी किया था जिसमें उसने कहा था कि दक्षिण मुंबई का एक प्रमुख निजी अस्पताल (जसलोक अस्पताल) अब गैर कोविड मरीजों को भर्ती नहीं करेगा और इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधन को निर्देश जारी कर दिया गए हैं। नगर निकाय ने शहर में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया है।
अस्पताल ने हालांकि बृहस्पतिवार रात एक बयान जारी कर कहा कि उसने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये बिस्तर बढ़ा दिये हैं, लेकिन वह गंभीर रूप से बीमार गैर-कोविड मरीजों का इलाज करना जारी रखेगा।
उसने एक बयान में कहा, “महाराष्ट्र में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई के जसलोक अस्पताल एवं शोध केंद्र ने कोविड-19 के मरीजों के लिये आवंटित बिस्तरों की संख्या 58 से बढ़ाकर 150 कर दी है। लेकिन हम गंभीर रूप से बीमार गैर कोविड मरीजों का उपचार जारी रखेंगे।”
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
बीएमसी ने बुधवार को एक परिपत्र जारी किया था जिसमें उसने कहा था कि दक्षिण मुंबई का एक प्रमुख निजी अस्पताल (जसलोक अस्पताल) अब गैर कोविड मरीजों को भर्ती नहीं करेगा और इस संदर्भ में अस्पताल प्रबंधन को निर्देश जारी कर दिया गए हैं। नगर निकाय ने शहर में संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह फैसला किया है।
अस्पताल ने हालांकि बृहस्पतिवार रात एक बयान जारी कर कहा कि उसने कोरोना संक्रमित मरीजों के लिये बिस्तर बढ़ा दिये हैं, लेकिन वह गंभीर रूप से बीमार गैर-कोविड मरीजों का इलाज करना जारी रखेगा।
उसने एक बयान में कहा, “महाराष्ट्र में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए मुंबई के जसलोक अस्पताल एवं शोध केंद्र ने कोविड-19 के मरीजों के लिये आवंटित बिस्तरों की संख्या 58 से बढ़ाकर 150 कर दी है। लेकिन हम गंभीर रूप से बीमार गैर कोविड मरीजों का उपचार जारी रखेंगे।”
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