वाजे प्रकरण में मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह का तबादला, एनआईए ने किया अन्य लोगों के शामिल होने का

punjabkesari.in Wednesday, Mar 17, 2021 - 08:51 PM (IST)

मुंबई, 17 मार्च (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने प्रसिद्ध उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक मिलने के मामले से ‘निपटने'' को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह का बुधवार को तबादला कर दिया।

राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी हेमंत नागराले सिंह की जगह मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे। सिंह का राज्य के होमगार्ड विभाग में तबादला कर दिया गया है।

एनआईए का दावा है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर के निकट जिलेटिन की छड़ें बरामद होने के मामले में कुछ ''अन्य लोग'' भी शामिल थे, जो गिरफ्तार किये गए पुलिस अधिकारी सचिन वाजे को कथित रूप से निर्देश दे रहे थे।
एनआईए के सूत्रों ने कहा कि मामले की गुत्थी लगभग सुलझ चुकी है और जल्द ही ''''पूरे षड़यंत्र'''' पर से पर्दा उठ जाएगा।

बुधवार दोपहर राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करने वाले देशमुख ने ट्विटर के जरिये सिंह के तबादले की जानकारी दी।

देशमुख ने ट्वीट किया, ''''सरकार का बड़ा फैसला। श्री हेमंत नागराले मुंबई पुलिस के नए आयुक्त होंगे। श्री रजनीश सेठ को महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।''''
उन्होंने लिखा, ''''श्री संजय पांडे को महाराष्ट्र राज्य सुरक्षा निगम की जिम्मेदारी दी गई है। श्री परमबीर सिंह को होमगार्ड विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।''''
1987 बैच के आईपीएस अधिकारी नागराले केतन पारेख घोटाला और हर्षद मेहता घोटाला जैसे मामलों की जांच कर चुके हैं।

भाजपा नेता देवेन्द्र फड़णवीस ने दावा किया कि साल 2018 में जब वह मुख्यमंत्री थे, तब शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने उनसे बात कर उस समय निलंबित पुलिस अधिकारी वाजे को पुलिस बल में बहाल करने का अनुरोध किया था।
राज्य पुलिस काडर के 1990 बैच के ''मुठभेड़ विशेषज्ञ'' वाजे को 2002 में घाटकोपर धमाके के संदिग्ध ख्वाजा यूनुस की हिरासत में हुई मौत के संबंध में 2004 में निलंबित कर दिया गया था। पिछले साल उन्हें फिर से पुलिस में बहाल कर दिया गया था।
आत्महत्या के लिये उकसाने के एक मामले में पिछले साल नवंबर में पत्रकार अर्णब गोस्वामी को गिरफ्तार करने वाली टीम की अगुवाई करने वाले वाजे अपने निलंबन के समय शिवसेना में शामिल हो गए थे। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने हाल ही में कहा था कि वाजे 2008 तक शिवसेना के सदस्य थे।

महाराष्ट्र सरकार ने सिंह का तबादला करने का फैसला राज्य में सत्तारूढ़ शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की सिलसिलेवार बैठकों के बाद लिया है।

वाजे दक्षिण मुंबई में उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के निकट 25 फरवरी को विस्फोटक से लदी स्कॉर्पियो कार मिलने के मामले में एनआईए द्वारा की जा रही जांच के केन्द्र में हैं।
मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को इस मामले में कथित भूमिका के चलते 13 मार्च को गिरफ्तार कर लिया गया था। वह हाल तक मुंबई पुलिस की अपराध शाखा की अपराध खुफिया इकाई से संबद्ध थे।

सिंह का तबादला सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच हुई बैठक के बाद देखने को मिला है। ऐसी खबरें है कि वाजे ने सिंह के निर्देश पर इस पूरे प्रकरण की पटकथा तैयार की थी।
अधिकारी ने कहा कि एनआईए ने वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार को मंगलवार को जब्त करके उसमें से पांच लाख रुपये बरामद किये थे। साथ ही जांच एजेंसी ने उनके कार्यालय में तलाशी के दौरान लैपटॉप, आईपैड और मोबाइल फोनों जैसे इलैक्ट्रोनिक सामान और आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किये थे।


एनआईए ने मुंबई में अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से लदी कार मिलने से संबंधित मामले में बुधवार को लगातार चौथे दिन मुंबई पुलिस की अपराध शाखा के अधिकारी रियाजुद्दीन काजी से पूछताछ की।
अपराध शाखा के एक और सहायक पुलिस निरीक्षक प्रकाश होवाल भी दोपहर के समय यहां राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण के समक्ष पेश हुए ।

एक अधिकारी ने दावा किया कि एसयूवी में मिली फर्जी नंबर प्लेट कथित रूप से काजी ने खरीदी थी।

एनआईए के सूत्रों ने कहा कि आतंकवादी संगठन जैश-उल-हिंद ने टेलीग्राम ऐप पर एक पत्र पोस्ट कर फिरौती मांगी थी और घटना की जिम्मेदारी ली थी। इस मामले की जांच भी जारी है।

दिल्ली पुलिस का विशेष प्रकोष्ठ पहले ही इस मामले में इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े एक व्यक्ति तहसीन अख्तर को हिरासत में ले चुका है, जो आईईडी बनाने में महारत रखता है।

अधिकारियों ने कहा कि अख्तर से पूछताछ के बाद कुछ सबूत जुटाए गए हैं और टेलीग्राम ऐप पर धमकीभरा पत्र डालने के लिये इस्तेमाल किये गए मोबाइल उपकरण को जब्त कर लिया गया। जल्द ही वाजे से इस संबंध में पूछताछ की जाएगी।

इस बीच, वाजे द्वारा इस्तेमाल की गई एक मर्सिडीज कार के पूर्व मालिक ने बुधवार को कहा कि यदि वाहन के संबंध में पूछताछ के लिये एनआईए उनसे संपर्क करती है तो वह पूरा सहयोग करेंगे।
महाराष्ट्र के धुले जिले के निवासी तथा कार के पूर्व मालिक सारांश भावसर ने एक टीवी चैनल से कहा कि उन्होंने पिछले महीने एक ऑनलाइन पोर्टल के जरिये वह कार बेच दी थी। उन्होंने दावा किया कि वह कार खरीदने वाले व्यक्ति को नहीं जानते।

भावसर ने यह भी कहा कि वह वाजे को नहीं जानते और मंगलवार को ही उनके बारे में सुना।

उन्होंने कहा कि एनआईए ने अभी उनसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन अगर जांच एजेंसी उनसे पूछताछ करती है तो वह पूरा सहयोग करेंगे।

वहीं, महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को विस्फोटक से लदी एसयूवी मिलने के मामले में बीच-बीच में जानकारी देने के बजाय तफ्तीश पूरी होने के बाद निष्कर्ष के बारे में बताना चाहिये।

पाटिल ने राज्य के प्रमुख मंत्रियों की यहां सहयाद्री अतिथि गृह में हुई बैठक के बाद कहा कि इस प्रकरण में शामिल लोगों के नाम धीरे-धीरे सामने आ रहे हैं।



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