महाराष्ट्र में आंबेडकर जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई
punjabkesari.in Tuesday, Apr 14, 2020 - 06:31 PM (IST)
मुंबई, 14 अप्रैल (भाषा) संविधान निर्माता डॉ बाबासाहेब आंबेडकर की 129वीं जयंती पर महाराष्ट्र में अलग-अलग पार्टियों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके सम्मान में लोगों से घरों में रहकर दीये जलाने का आह्वान किया।
कोरोना वायरस प्रकोप के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से मध्य मुंबई स्थित, संविधान निर्माता आंबेडकर के स्मारक ‘चैत्य भूमि’ में नेताओं और आंबेडकर के अनुयाइयों की भीड़ इस बार नहीं उमड़ी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बांद्रा उपनगर में स्थित अपने आवास ''मातोश्री'' में आंबेडकर की तस्वीर के सामने पुष्पांजलि अर्पित की।
ठाकरे ने एक बयान में कहा कि आंबेडकर ने स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सिद्धांतों को बरकरार रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश को एकजुट रखने के लिए इन सिद्धांतों को संरक्षित करना चाहिए।’’
राज्य के राज्यपाल बी एस कोश्यारी ने राजभवन में आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की, जबकि उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने राज्य सचिवालय में दलित नेता के चित्र पर माला चढ़ायी।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने आंबेडकर के अनुयाइयों से घरों में रहने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘बाबासाहेब के चित्र पर सुबह 11 बजे माला चढ़ाएं और शाम को अपने घरों के बाहर समानता का दीपक जलाएं।’’
मंत्री ने कहा कि आंबेडकर ने समानता का मार्ग दिखाया था ताकि समाज में व्याप्त भेदभाव को दूर किया जा सके।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आंबेडकर ज्ञान के प्रतीक थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने घरों में रहकर ज्ञान के प्रतीक आंबेडकर को श्रद्धांजलि दें। आइए, भारत के संविधान के लिए एक दीप जलाएं।”
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ ने अपने संदेश में कहा,‘‘हमें न्यायपूर्ण और सबके लिए समान भारत की दिशा में काम करने का प्रयास करना चाहिए। आंबेडकर हमारे संविधान के निर्माता थे और हमारे देश के महानतम संस्थानों के पीछे की प्रेरक शक्ति भी थे।’’
महाराष्ट्र कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर आंबेडकर को ‘‘सामाजिक समानता का महान योद्धा’’बताया।
शिवसेना नेता और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी ट्वीट कर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कोरोना वायरस प्रकोप के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से मध्य मुंबई स्थित, संविधान निर्माता आंबेडकर के स्मारक ‘चैत्य भूमि’ में नेताओं और आंबेडकर के अनुयाइयों की भीड़ इस बार नहीं उमड़ी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बांद्रा उपनगर में स्थित अपने आवास ''मातोश्री'' में आंबेडकर की तस्वीर के सामने पुष्पांजलि अर्पित की।
ठाकरे ने एक बयान में कहा कि आंबेडकर ने स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के सिद्धांतों को बरकरार रखा।
उन्होंने कहा, ‘‘हमें देश को एकजुट रखने के लिए इन सिद्धांतों को संरक्षित करना चाहिए।’’
राज्य के राज्यपाल बी एस कोश्यारी ने राजभवन में आंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की, जबकि उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने राज्य सचिवालय में दलित नेता के चित्र पर माला चढ़ायी।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने आंबेडकर के अनुयाइयों से घरों में रहने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘‘बाबासाहेब के चित्र पर सुबह 11 बजे माला चढ़ाएं और शाम को अपने घरों के बाहर समानता का दीपक जलाएं।’’
मंत्री ने कहा कि आंबेडकर ने समानता का मार्ग दिखाया था ताकि समाज में व्याप्त भेदभाव को दूर किया जा सके।
राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि आंबेडकर ज्ञान के प्रतीक थे।
उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने घरों में रहकर ज्ञान के प्रतीक आंबेडकर को श्रद्धांजलि दें। आइए, भारत के संविधान के लिए एक दीप जलाएं।”
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष एकनाथ गायकवाड़ ने अपने संदेश में कहा,‘‘हमें न्यायपूर्ण और सबके लिए समान भारत की दिशा में काम करने का प्रयास करना चाहिए। आंबेडकर हमारे संविधान के निर्माता थे और हमारे देश के महानतम संस्थानों के पीछे की प्रेरक शक्ति भी थे।’’
महाराष्ट्र कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल पर आंबेडकर को ‘‘सामाजिक समानता का महान योद्धा’’बताया।
शिवसेना नेता और राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने ट्वीट कर कहा, ‘‘भारतीय संविधान के निर्माता भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि।’’
भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी ट्वीट कर आंबेडकर को श्रद्धांजलि दी।
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