फिनो पेमेंट्स बैंक के जरिये घर-परिवार को पैसा भेजने में 80 प्रतिशत की कमी
punjabkesari.in Saturday, Apr 11, 2020 - 08:34 PM (IST)
मुंबई, 11 अप्रैल (भाषा) ई-भुगतान मंच फिनो पेमेंट्स बैंक के कहा है कि राष्ट्रव्यापी बंदी की वजह से प्रवासी मजदूर अपने घरों को लौट गए है। इस वजह से उसके मंच के जरिये घर-परिवार को पैसा भेजने में 80 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गयी है।
विभिन्न कारखानों, निर्माण स्थलों, छोटे उद्योगों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर, नलसाज, बढ़ई और कैब चालक इत्यादि फिनो के मंच का उपयोग करके अपने घरों को पैसा भेजते हैं। इस मद में कंपनी के मंच से औसतन 5,000 करोड़ रुपये मासिक का लेनदेन होता है।
कंपनी का कहना है कि सार्वजनिक पाबंदी के दौरान उसके इस लेनदेन में 80 प्रतिशत की कमी आयी है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष आहूजा ने कहा कि फिनो पेमेंट्स बैंक के जरिये औसतन 5,000 करोड़ रुपये हर महीने लोग अपने घरों को भेजते हैं लेकिन मौजूदा वक्त में मात्र इसके 20 प्रतिशत के बराबर लेनदेन हो रहा है।
इस भुगतान बैंक के देश भर में दो लाख बैंकिंग केंद्र हैं। इसमें भी 80 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
विभिन्न कारखानों, निर्माण स्थलों, छोटे उद्योगों में काम करने वाले दिहाड़ी मजदूर, नलसाज, बढ़ई और कैब चालक इत्यादि फिनो के मंच का उपयोग करके अपने घरों को पैसा भेजते हैं। इस मद में कंपनी के मंच से औसतन 5,000 करोड़ रुपये मासिक का लेनदेन होता है।
कंपनी का कहना है कि सार्वजनिक पाबंदी के दौरान उसके इस लेनदेन में 80 प्रतिशत की कमी आयी है।
कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आशीष आहूजा ने कहा कि फिनो पेमेंट्स बैंक के जरिये औसतन 5,000 करोड़ रुपये हर महीने लोग अपने घरों को भेजते हैं लेकिन मौजूदा वक्त में मात्र इसके 20 प्रतिशत के बराबर लेनदेन हो रहा है।
इस भुगतान बैंक के देश भर में दो लाख बैंकिंग केंद्र हैं। इसमें भी 80 प्रतिशत ग्रामीण इलाकों में हैं।
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