कोरोना वायरस: मुंबई की आवासीय सोसाइटियों में घरेलू सहायकों के प्रवेश पर रोक
punjabkesari.in Friday, Apr 03, 2020 - 01:35 PM (IST)
मुंबई, तीन अप्रैल (भाषा) कोरोना वायरस महामारी के कारण देश में लगाये गये लॉकडाउन के कारण कई आवासीय कॉलोनियों और परिसरों में घरेलू सहायकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाये जाने के साथ ही मुंबईकरों की दैनिक दिनचर्या अस्तव्यस्त हो गई है।
पिछले सप्ताह एक घरेलू सहायक में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद आवासीय परिसरों में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
यह घरेलू सहायक एक ऐसे व्यक्ति के घर पर काम करता था जो अमेरिका से लौटने के दस दिन बाद इस वायरस से संक्रमित पाया गया था।
सांताक्रूज से एक घरेलू सहायक मनीषा खोत ने बताया, ‘‘महामारी और लॉकडाउन के बाद आवासीय सोसाइटियों और बंगलों में घरेलू सहायकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।’’
कुछ नियोक्ताओं ने अपने कर्मचारियों को वेतन का अग्रिम भुगतान भी किया है।
उपनगरीय कुर्ला के कलिना क्षेत्र से एक घरेलू सहायिका रुशीना मंसूरी संक्रमण के डर से घर में ही रहने को मजबूर है।
मंसूरी ने कहा, ‘‘मैं क्षेत्र में जिस घर में काम कर रही थी उसमें एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद मैंने घर में ही रहने का फैसला किया। मैं अपने और अपने परिवार के जीवन को खतरे में नहीं डालना चाहती हूं।’’
मुंबई के घरों में मदद के लिए घरेलू सहायक/सहायिकाओं की अहम भूमिका है और महामारी के कारण कई लोगों को ऐसे घरों से अपनी नौकरियां छोड़नी पड़ी जहां वे दशकों से काम कर रहे थे।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पिछले सप्ताह एक घरेलू सहायक में इस वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद आवासीय परिसरों में उनके प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
यह घरेलू सहायक एक ऐसे व्यक्ति के घर पर काम करता था जो अमेरिका से लौटने के दस दिन बाद इस वायरस से संक्रमित पाया गया था।
सांताक्रूज से एक घरेलू सहायक मनीषा खोत ने बताया, ‘‘महामारी और लॉकडाउन के बाद आवासीय सोसाइटियों और बंगलों में घरेलू सहायकों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई।’’
कुछ नियोक्ताओं ने अपने कर्मचारियों को वेतन का अग्रिम भुगतान भी किया है।
उपनगरीय कुर्ला के कलिना क्षेत्र से एक घरेलू सहायिका रुशीना मंसूरी संक्रमण के डर से घर में ही रहने को मजबूर है।
मंसूरी ने कहा, ‘‘मैं क्षेत्र में जिस घर में काम कर रही थी उसमें एक व्यक्ति के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद मैंने घर में ही रहने का फैसला किया। मैं अपने और अपने परिवार के जीवन को खतरे में नहीं डालना चाहती हूं।’’
मुंबई के घरों में मदद के लिए घरेलू सहायक/सहायिकाओं की अहम भूमिका है और महामारी के कारण कई लोगों को ऐसे घरों से अपनी नौकरियां छोड़नी पड़ी जहां वे दशकों से काम कर रहे थे।
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