सावन के सोमवार और 7 शुभ योग, लाएंगे आपके लिए शुभ फल

punjabkesari.in Tuesday, Jul 27, 2021 - 06:14 PM (IST)

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
इस बार का सावन का महीना काफी खास रहने वाला है। सावन में चार सोमवार हैं और सात शुभ योग हैं, जिससे सावन के हर सोमवार की महता शास्त्रों व ज्योतिष की दृष्टि से और बढ़ गई है। आज हम आपको इन सातों शुभ योगों की महता के बारे में बताने जा रहे हैं। सावन का पहला सोमवार 26 जुलाई को है जिस दिन दो शुभ योग बन रहे हैं।  26 जुलाई को रात 10 बजकर 40 मिनट तक सौभाग्य योग रहेगा। इसके बाद शोभन योग लग जाएगा। ये दोनों योग बहुत ही शुभ फलदायी होते हैं और शास्त्रों में ज्योतिष में भी इन लोगों को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। सौभाग्य योग सदा मंगल करने वाला होता है। नाम के अनुरूप यह भाग्य को बढ़ाने वाला है। इसी तरह शोभन योग को शुभ कार्यों और यात्रा पर जाने के लिए  बेहद उत्तम माना गया है। इस योग में शुरू की गई यात्रा मंगलमय एवं सुखद रहती है। मार्ग में किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती। जिस कामना से यात्रा की जाती है वह भी पूरी होकर आनंद की अनुभूति होती है। इसीलिए इस योग को बड़ा सजीला एवं रमणीय भी कहते हैं।

सावन का दूसरा सोमवार 2 अगस्त को है,  जिस दिन स्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है । ज्योतिष व शास्त्रों में स्वार्थ सिद्धि योग को भी बहुत ही शुभ व कल्याणकारी युग माना जाता है और इस योग में किए गए सारे कार्य सिद्ध होते हैं । शास्त्रों में कहा गया है कि किसी भी प्रकार की सिद्धि प्राप्त करने, प्रभु का नाम जपने के लिए यह योग बहुत उत्तम है। इस योग में जो कार्य भी शुरू किया जाएगा वह सिद्ध होगा अर्थात सफल होगा। सोमवार के दिन रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य, अनुराधा, अथवा श्रवण नक्षत्र होने पर सर्वार्थ सिद्धि योग बनता है 

9 अगस्त को सावन के तीसरे सोमवार में वरियान योग बन रहा है। इस योग को भी हमारे शास्त्रों में बहुत महता दी गई है। शास्त्रों में कहा गया है कि  यदि कोई मंगलदायक कार्य करने जा रहे हैं तो वरियान नामक योग में करें तो निश्तिच ही सफलता मिलेगी। इस योग के कारण सावन के तीसरे सोमवार का महत्व बहुत बढ़ गया है। इसी तरह सावन का चौथा व अंतिम सोमवार 16 अगस्त को पड़ रहा है, जिस दिन एक साथ तीन शुभ योग बन रहे हैं। इस दिन ब्रह्म योग,  यायिजय योग और स्वार्थ सिद्धि योग पड़ रहे हैं। यह तीनों योग भी ज्योतिष और शास्त्रों में बहुत महता रखते हैं। ब्रह्म योग के बारे में कहा जाता है कि  यदि कोई शांतिदायक कार्य करना हो तो यह योग अति उत्तम है और यदि किसी का झगड़ा आदि सुलझाना हो तो यह योग सफलता प्रदान करता है।  इस बार के सावन के 4 सोमवार व्रतों की खास बात यह भी है कि दो सोमवार को स्वार्थ सिद्धि योग बन रहे हैं।

गुरमीत बेदी 
gurmitbedi@gmail.com


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Content Writer

Jyoti

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