तमिलनाडु में संस्कृत सीखने को हतोत्साहित किया जाता है : निर्मला

punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2022 - 09:03 PM (IST)

बेंगलुरु, 29 सितंबर (भाषा) केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को अफसोस जताया कि तमिलनाडु में संस्कृत सीखने को ‘हतोत्साहित’ किया जाता है।

उन्होंने कहा कि उनकी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा और कॉलेज की पढ़ाई के दौरान, "राजनीतिक माहौल’’ के कारण संस्कृत सीखना आसान नहीं था। उन्होंने कहा, ‘‘और ऐसा नहीं है कि मैं किसी अन्य देश में रहती थी। मैं तमिलनाडु में रहती थी। संस्कृत को हतोत्साहित किया जाता था और मुझे लगता है कि आज भी वे हतोत्साहित करते हैं।"
सीतारमण ने कहा कि इसके बावजूद,उनके अभिभावकों ने जोर दिया और उन्हें एक अच्छा शिक्षक मिला तथा उन्होंने उनसे "कुछ हद तक" संस्कृत सीखी।

उन्होंने कहा, "संस्कृत या हिंदी सीखने को (तमिलनाडु में) बिल्कुल भी प्रोत्साहित नहीं किया गया...।"
वित्त मंत्री कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक समारोह को संबोधित कर रही थीं। इस कार्यक्रम का आयोजन स्नातक दीक्षांत समारोह और संस्कृत सप्ताह के अवसर पर किया गया था।
उन्होंने कहा कि उन्हें यह जानकर बहुत गर्व हो रहा है कि कर्नाटक संस्कृत सीखने को प्रोत्साहित कर रहा है।

कर्नाटक से राज्यसभा सदस्य सीतारमण ने कहा कि यह जानकर वह बहुत प्रभावित हुईं कि पूरे कर्नाटक में 35,000 से अधिक विद्यार्थी संस्कृत सीख रहे हैं।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद पिछले सात-आठ वर्षों में, भारत की इस समृद्ध और प्राचीन भाषा के विकास व प्रोत्साहन के लिए कई कदम उठाए गए हैं।


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PTI News Agency

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