कर्नाटक, भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में प्रमुख भूमिका निभाएगा: राष्ट्रपति
punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2022 - 10:14 PM (IST)
बेंगलुरु, 27 सितंबर (भाषा) राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को विश्वास व्यक्त किया कि कर्नाटक भारत को पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने में प्रमुख भूमिका निभाएगा।
मुर्मू ने औद्योगिक विकास, खासकर स्टार्ट-अप के लिए बहुत अच्छा ‘इको-सिस्टम’ विकसित करने के लिए दूरंदेश राजनीतिक नेताओं, कारोबारियों और उद्यमियों की तारीफ भी की।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने आधुनिक औद्योगिक विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है, यह जैव-प्रौद्योगिकी, भारी अभियांत्रिकी, विमानन, अनुसंधान और विकास, अंतरिक्ष-विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में आदर्श राज्य है।
मुर्मू ने कहा, “ कर्नाटक हमारे देश के प्रमुख शिक्षा और अनुसंधान केंद्र के रूप में अमूल्य योगदान दे रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की प्रतिष्ठता का बहुत बड़ा श्रेय कर्नाटक, विशेष कर, सिलिकॉन सिटी बेंगलुरु को जाता है।”
राष्ट्रपति यहां विधान सौध में कर्नाटक सरकार द्वारा उनके सम्मान में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रही थीं। इसमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे, कर्नाटक विधान परिषद के सभापति और विधानसभा के अध्यक्ष समेत अन्य शामिल थे।
उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम, आध्यात्मिकता, दर्शन, साहित्य, संगीत, कला, विज्ञान, वास्तुकला, आदि में कर्नाटक के योगदान को याद किया।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
मुर्मू ने औद्योगिक विकास, खासकर स्टार्ट-अप के लिए बहुत अच्छा ‘इको-सिस्टम’ विकसित करने के लिए दूरंदेश राजनीतिक नेताओं, कारोबारियों और उद्यमियों की तारीफ भी की।
उन्होंने कहा कि कर्नाटक ने आधुनिक औद्योगिक विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है, यह जैव-प्रौद्योगिकी, भारी अभियांत्रिकी, विमानन, अनुसंधान और विकास, अंतरिक्ष-विज्ञान और प्रौद्योगिकी जैसे कई क्षेत्रों में आदर्श राज्य है।
मुर्मू ने कहा, “ कर्नाटक हमारे देश के प्रमुख शिक्षा और अनुसंधान केंद्र के रूप में अमूल्य योगदान दे रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी में भारत की प्रतिष्ठता का बहुत बड़ा श्रेय कर्नाटक, विशेष कर, सिलिकॉन सिटी बेंगलुरु को जाता है।”
राष्ट्रपति यहां विधान सौध में कर्नाटक सरकार द्वारा उनके सम्मान में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रही थीं। इसमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आलोक अराधे, कर्नाटक विधान परिषद के सभापति और विधानसभा के अध्यक्ष समेत अन्य शामिल थे।
उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम, आध्यात्मिकता, दर्शन, साहित्य, संगीत, कला, विज्ञान, वास्तुकला, आदि में कर्नाटक के योगदान को याद किया।
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