सहायक आयुक्त 15 अगस्त को चामराजपेट ईदगाह मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे: कर्नाटक सरकार
punjabkesari.in Thursday, Aug 11, 2022 - 07:58 PM (IST)
बेंगलुरु, 11 अगस्त (भाषा) कर्नाटक सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि राजस्व विभाग के सहायक आयुक्त रैंक के एक अधिकारी 15 अगस्त को यहां चामराजपेट ‘ईदगाह मैदान’ में तिरंगा फहराएंगे।
शहर के नगर निकाय बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने हाल में ‘कर्नाटक स्टेट बोर्ड ऑफ औकाफ’ द्वारा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील ईदगाह मैदान के ‘खाता’ (दस्तावेज जो संपत्ति के स्वामित्व की पहचान करता है) के लिए दायर याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था ईदगाह मैदान की संपत्ति कर्नाटक राजस्व विभाग की है।
राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा, ‘‘15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए कई व्यक्ति और समूह आगे आये थे। पहले यह बीबीएमपी की संपत्ति थी... अब यह निगम की संपत्ति नहीं है और राजस्व विभाग के तहत आ गई है और विधि विभाग, अधिकारियों और खुफिया प्रमुख दयानंद से सलाह मशविरा कर फैसला किया गया कि राजस्व विभाग के एक अधिकारी झंडा फहरायेंगे।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि सहायक आयुक्त (बेंगलुरु उत्तर) झंडा फहराएंगे और प्रोटोकॉल के अनुसार अन्य लोगों के साथ एक सांसद और स्थानीय विधायक को इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त को सभी बंदोबस्त करने के लिए कहा गया है, और बिना किसी कारण के ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे और स्वतंत्रता सेनानियों की जय-जयकार करने के अलावा धार्मिक नारे लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और पुलिस आयुक्त प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी करेंगे।’’
बीबीएमपी के आदेश के बाद, कई हिंदू संगठनों ने घोषणा की थी कि वे 15 अगस्त को वहां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
कांग्रेस के स्थानीय विधायक बी. जेड. जमीर अहमद खान ने भी घोषणा की थी कि वे मैदान में तिरंगा फहराएंगे।
सभी से कानून का पालन करने की अपील करते हुए मंत्री ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेगी।
ईदगाह मैदान को लेकर दशकों पुराना विवाद इस साल की शुरुआत में एक बार फिर सामने आया था, जब कुछ हिंदू संगठनों ने इस जगह पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बीबीएमपी की अनुमति मांगी थी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
शहर के नगर निकाय बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने हाल में ‘कर्नाटक स्टेट बोर्ड ऑफ औकाफ’ द्वारा सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील ईदगाह मैदान के ‘खाता’ (दस्तावेज जो संपत्ति के स्वामित्व की पहचान करता है) के लिए दायर याचिका को खारिज कर दिया था और कहा था ईदगाह मैदान की संपत्ति कर्नाटक राजस्व विभाग की है।
राजस्व मंत्री आर. अशोक ने कहा, ‘‘15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए कई व्यक्ति और समूह आगे आये थे। पहले यह बीबीएमपी की संपत्ति थी... अब यह निगम की संपत्ति नहीं है और राजस्व विभाग के तहत आ गई है और विधि विभाग, अधिकारियों और खुफिया प्रमुख दयानंद से सलाह मशविरा कर फैसला किया गया कि राजस्व विभाग के एक अधिकारी झंडा फहरायेंगे।’’
उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा कि सहायक आयुक्त (बेंगलुरु उत्तर) झंडा फहराएंगे और प्रोटोकॉल के अनुसार अन्य लोगों के साथ एक सांसद और स्थानीय विधायक को इस कार्यक्रम में भाग लेने की अनुमति है।
उन्होंने कहा, ‘‘क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त को सभी बंदोबस्त करने के लिए कहा गया है, और बिना किसी कारण के ‘भारत माता की जय’, ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे और स्वतंत्रता सेनानियों की जय-जयकार करने के अलावा धार्मिक नारे लगाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, और पुलिस आयुक्त प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी करेंगे।’’
बीबीएमपी के आदेश के बाद, कई हिंदू संगठनों ने घोषणा की थी कि वे 15 अगस्त को वहां स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
कांग्रेस के स्थानीय विधायक बी. जेड. जमीर अहमद खान ने भी घोषणा की थी कि वे मैदान में तिरंगा फहराएंगे।
सभी से कानून का पालन करने की अपील करते हुए मंत्री ने कहा कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जायेगी।
ईदगाह मैदान को लेकर दशकों पुराना विवाद इस साल की शुरुआत में एक बार फिर सामने आया था, जब कुछ हिंदू संगठनों ने इस जगह पर कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बीबीएमपी की अनुमति मांगी थी।
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