कांग्रेस ने कर्नाटक में कोविड से होने वाली मौतों की संख्या दबा देने का आरोप लगाया
punjabkesari.in Wednesday, Jun 16, 2021 - 08:12 PM (IST)
बेंगलुरु, 16 जून (भाषा) कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने बुधवार को आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार ने कोविड-19 से होने वाली मौतों की संख्या दबा दी है।
पार्टी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत चार लाख रूपये देने के प्रावधान के बावजूद राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले उन परिवारों को महज एक लाख रूपये देने का फैसला किया है जिनके कमाऊ सदस्यों की कोविड-19के चलते मौत हो गयी।
पार्टी के महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी एवं पूर्व मंत्री एच के पाटिल ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 14 जून तक 33,033 लोगों की कोविड से मौत हुई। उन्होंने कहा, ‘‘ एक जनवरी, 2021 से 13 जून, 2021 तक सरकार के रिकार्ड के अनुसार 3,27,985 मौतें हुईं। अब सवाल यह है कि 33,033 और 3.28 लाख के बीच बहुत अंतर है। क्या इतनी सारी प्राकृतिक मौतें राज्य में हुई हैं? इसकी संभावना नहीं जान पड़ती है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 2020 की मौतों के आंकड़े को सार्वजनिक नहीं किया जबकि 2018-19 के आंकड़े के हिसाब से जनवरी और जून के बीच 88000 मौतें हुई थी। उन्होंने कहा कि एक आकलन के हिसाब से 2021 में एक लाख से अधिक या 1.10 लाख मौतें हो सकती थीं लेकिन 3.28 लाख कल्पना से भी परे है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पार्टी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत चार लाख रूपये देने के प्रावधान के बावजूद राज्य सरकार ने गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले उन परिवारों को महज एक लाख रूपये देने का फैसला किया है जिनके कमाऊ सदस्यों की कोविड-19के चलते मौत हो गयी।
पार्टी के महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी एवं पूर्व मंत्री एच के पाटिल ने कहा कि सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 14 जून तक 33,033 लोगों की कोविड से मौत हुई। उन्होंने कहा, ‘‘ एक जनवरी, 2021 से 13 जून, 2021 तक सरकार के रिकार्ड के अनुसार 3,27,985 मौतें हुईं। अब सवाल यह है कि 33,033 और 3.28 लाख के बीच बहुत अंतर है। क्या इतनी सारी प्राकृतिक मौतें राज्य में हुई हैं? इसकी संभावना नहीं जान पड़ती है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने 2020 की मौतों के आंकड़े को सार्वजनिक नहीं किया जबकि 2018-19 के आंकड़े के हिसाब से जनवरी और जून के बीच 88000 मौतें हुई थी। उन्होंने कहा कि एक आकलन के हिसाब से 2021 में एक लाख से अधिक या 1.10 लाख मौतें हो सकती थीं लेकिन 3.28 लाख कल्पना से भी परे है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
आज जिनका जन्मदिन है, जानें कैसा रहेगा आने वाला साल
आर्थिक तंगी होगी दूर, कर लें ये 6 उपाय
PM मोदी की पहली चुनावी रैली 30 मार्च को, मेरठ लोकसभा क्षेत्र से फूंकेंगे चुनावी बिगुल....जयंत चौधरी भी होंगे शामिल