पकड़े गए आतंकियों का खुलासा, वारदातों को अंजाम देने के लिए छोटे बच्चों को बनाया हथियार

punjabkesari.in Thursday, Dec 05, 2019 - 02:26 PM (IST)

श्रीनगर: कश्मीर में जबरन बंद लागू करवाने और सुरक्षा बलों पर पैट्रोल बम हमलों को अंजाम दे रहे आतंकियों के समर्थक अब छोटे बच्चों को अपना मुखबिर बना कर उन्हें तबाही के रास्ते पर धकेल रहे हैं। आतंकियों की इस घिनौनी साजिश का खुलासा श्रीनगर के डाऊन-टाऊन में सुरक्षा बलों पर पैट्रोल बम हमले की विभिन्न वारदातों में लिप्त पांच संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी से हुआ है। 

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पुलिस ने पांचों से पूछताछ के बाद तीसरी कक्षा के एक बच्चे को भी पकड़ा। बच्चे की काऊंसलिंग करने के बाद उसे उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम-2019 के लागू होने के बाद से ही घाटी के विभिन्न हिस्सों में आतंकी व अलगाववादी समर्थक जबरन बंद लागू करवा रहे हैं। डाऊन-टाऊन में भी आतंकियों व अलगाववादियों का एक पांच सदस्यीय मॉड्यूल अगस्त माह से सक्रिय था, जो दुकानदारों और वाहन चालकों के साथ मारपीट कर बंद को जबरन लागू करवा रहा था। यह मॉड्यूल कई जगह आम लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए सड़कों पर विभिन्न प्रकार के अवरोधक भी लगाता था और लोगों को डराते-धमाकते हुए उनकी तलाशी भी लेता था।

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प्रवक्ता ने बताया कि इसी मॉड्यूल ने सराफ कदल, बोहरी कदल, बाग-ए-अली मरदान, राजौरी कदल, खान्यार और नौहट्टा सहित डाऊन-टाऊन के विभिन्न इलाकों में पत्थरबाजी की कई घटनाओं को सूत्रपात किया और सुरक्षा बलों पर पैट्रोल बमों से हमला किया। इस मॉड्यूल ने तीसरी कक्षा के एक बच्चे को अपना मुखबिर बना रखा था। यह बच्चा डाऊन-टाऊन के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों की मौजूदगी तथा उनकी आवाजाही की जानकारी जमा कर इस मॉड्यूल को देता था। उसके बाद यह मॉड्यूल सुरक्षा बलों पर पैट्रोल बम के हमले अंजाम देता था। 

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पुलिस प्रवक्ता ने पकड़े गए मॉड्यूल में शामिल 5 संदिग्ध आतंकियों की पहचान को गुप्त रखते हुए कहा कि अभी मामले की जांच चल रही है। पहचान उजागर करने से जांच प्रभावित हो सकती है। इस मॉड्यूल के साथ कुछ और लोग भी जुड़े हुए हैं। उन सभी को पकडऩे के लिए और घाटी में जबरन बंद लागू करवाने की साजिश को पूरी तरह बेनकाब करने के लिए इनसे लगातार पूछताछ हो रही है। 


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Author

rajesh kumar

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