देश को ‘जन्नत-ए-कश्मीर’ से दिसम्बर 2021 में जोड़ेगा चिनाब का रेलवे आर्क ब्रिज

punjabkesari.in Thursday, Jan 09, 2020 - 01:02 PM (IST)

रियासी(उदय): जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में चिनाब दरिया पर विश्व का सबसे ऊंचा रेलवे आर्क ब्रिज देश को ‘जन्नत-ए-कश्मीर’ से 2021 की शुरूआत में जोड़ देगा। जबकि इस प्रोजैक्ट को दिसम्बर 2021 को पूरा करने का टारगेट दिया गया है। एफिल टावर से भी अधिक ऊंचाई के इस ब्रिज पर साल 2014 के बाद निर्माण तेज गति से चल रहा है और 55 प्रतिशत ब्रिज का निर्माण पूरा हो चुका है। तेज हवाओं, विपरीत मौसम और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में बन रहा यह ब्रिज इंजीनियरिंग का विश्व में अनोखा नमूना होगा।

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रियासी जिले के कौड़ी में चिनाब दरिया पर बन रहा विश्व का सबसे ऊंचा रेल पुल दूसरे सिरे पर बक्कल से जुड़ेगा और इसकी ऊंचाई नदी तल से 359 मीटर व लंबाई 1.3 किलोमीटर है। ऊधमपुर-कटड़ा-बनिहाल-श्रीनगर-बारामूला के इस रेलवे स्ट्रैच में कटड़ा से बनिहाल तक के 111 किलोमीटर हिस्से में सबसे अधिक टनल 46.1 किलोमीटर का हिस्सा है, जिसमें 17 टनलों में से 13 का काम लगभग पूरा हो चुका है। कोंकण रेलवे कार्पोरेशन को कटड़ा-रियासी-सलाल-संगलदान-धर्म-बनिहाल तक के निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जबकि निर्माण में एफकॉन कंपनी भी सहयोग कर रही है। बनिहाल से बारामूला तक का हिस्सा नॉर्दर्न रेलवे ने तैयार कर दिया है और चालू है।

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सबसे लंबी टनल 9.38 किलोमीटर है। मौजूदा समय में सिर्फ टी-1, टी-2, टी-13 और टी-14-ए का काम चल रहा है। मेन टनल के साथ इस्केप टनल का भी निर्माण किया गया है और इस स्ट्रैच पर 5 स्टेशन बनेंगे। इसके निर्माण के लिए जो क्रेन लगाई गई है वह 20 टन तक का भार उठाने में सक्षम है। इसके साथ ही अंजी नदी पर बन रहे लगभग 190 मीटर केबल ब्रिज के एक पिल्लर को 31 दिन के रिकार्ड समय में तैयार किया गया है। केंद्र में नरेन्द्र मोदी सरकार के 2014 में अस्तित्व में आने के बाद इसे नेशनल प्रोजैक्ट घोषित किया गया और काम में तेजी आई है। इस ब्रिज एवं स्ट्रैच के निर्माण में लगभग 4 हजार मजदूर काम कर रहे हैं, जबकि ब्रिज पर ही रोजाना 200 से अधिक मजदूर विपरीत परिस्थितियों में काम करते हैं।

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रेल-कम-रोड बना प्रोजैक्ट, बनाया 160Km एप्रोच रोड
कटड़ा से बनिहाल तक के 111 किलोमीटर रेल पटरी के निर्माण के लिए कोंकण रेलवे को 160 किलोमीटर की एप्रोच रोड तैयार करनी पड़ी, ताकि वहां पर सामान पहुंचाया जा सके। रियासी जिले के कौड़ी और बक्कल इलाके में सड़क संपर्क बहुत कम था, परन्तु इस प्रोजैक्ट के 2002 में शुरू होने के बाद चिनाब दरिया के इस ओर दूसरे किनारे वाले क्षेत्रों में कुल 160 किलोमीटर सड़क संपर्क तैयार किया गया है।


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Author

rajesh kumar

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