राजनीति दलों को कहीं भारी न पड़ जाए बीडीसी चुनावों का बहिष्कार

punjabkesari.in Thursday, Oct 10, 2019 - 01:52 PM (IST)

कठुआ(महाजन): आर्टिकल-35-ए और धारा-370 के खात्मे के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार कोई राजनीतिक गहमागहमी हो रही है। उल्लेखनीय है कि 370 टूटने के बाद राज्य में पहली बार ब्लॉक डिवैल्पमैंट कौंसिल के चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावों में केवल पंच और सरपंच ही वोट डालेंगे तथा ब्लॉक डिबैल्पमैंट कौंसिल का प्रधान चुनेंगे, जो उस ब्लॉक के विकास के लिए काम करेगा।

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ब्लॉक के अधीन आने वाले सभी गांवों और पंचायतों के विकास की जिम्मेदारी ब्लॉक डिवैल्पमैंट कॉसिल के प्रधान की ही होगी, इसलिए इन चुनावों का महत्व समझा जा सकता है। यह चुनाव इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि राज्य में इस समय चुनी हुई सरकार नहीं, बल्कि राज्यपाल शासन लागू है। इसके अतिरिक्त इन चुनावों के नतीजों को केंद्र सरकार को धारा- 370 के फैसले पर जनता को प्रतिक्रिया के रूप में भी देखा जाएगा। उल्लेखनीय है कि आज इन चुनावों के लिए नॉमिनेशन दाखिल करने की अंतिम तारीख थी और ब्लॉक डिवैल्पमैंट कॉसिल के चुनाव 24 अक्तूबर को होने हैं।

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कांग्रेस पार्टी ने किया चुनावों का बहिष्कार
आज देश के सबसे पुराने राजनीतिक दल और देश पर 70 साल तक राज करने वाली कांग्रेस पार्टी को जम्मू-कश्मीर को इकाई ने ब्लॉक डिवैल्पमैंट कौंसिल चुनावों के बहिष्कार की घोषणा कर दी है। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष ने कश्मीर में राजनीतिक दलों के नेताओं के डिटैशन को मुद्दा बनाते हुए इन चुनावों के बहिष्कार का ऐलान किया है। इसे विडम्बना ही कहा जाएगा कि अपने दशकों के शासनकाल में पंचायती राज की दुहाई देने वाली कांग्रेस आज पंचायती राज के उसी ढांचे के चुनावों का बहिष्कार कर रही है। शाज्य को प्रथम महिला पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती अपनी ही पार्टी के नेताओं से मिलने से मना कर चुकी हैं।

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राजनीतिक पंडित इस बात का यही अर्थ निकाल रहे हैं कि सम्भव है कि क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टी पी.डी.पी. भी ब्लॉक डिवैल्पमैंट कॉसिल के चुनावों में हिस्सा न ले। इसके अलावा नैशनल कान्फ्रैंस भी ब्लॉक डिवैल्पमैंट कौंसिल के चुनाव न लड़ने के संकेत दे चुकी है। इस समय चाहिए तो यह था कि कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दल इन चुनावों में हिस्सा लेकर लोगों का विश्वास जीतने की कोशिश करते और उन्हें अपनी बात समझाने की कोशिश करते व यह देखते की धारा-370 हटने को लेकर उन्होंने जो स्टैंड लिया है, उसके बाद वे कितने पानी में हैं, लेकिन लगता है कि लगातार एक के बाद एक गलतियां कर रही कांग्रेस व अन्य राजनीतिक दल भी एक बार फिर से लोगों को नब्ज टटोलने में नाकामयाब रहे हैं।


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Author

rajesh kumar

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