जीरो कोविड नीति को लेकर "पागल" हुआ चीन, बच्चों-जानवरों को ''प्लास्टिक बैग'' में किया बंद ! ( Video)

punjabkesari.in Saturday, Apr 23, 2022 - 06:11 PM (IST)

बीजिंग: चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई में कोरोना के चलते 12 लोगों की मौत और बीजिंग में  विद्यालय के 10 छात्रों के संक्रमित होने के चीन जीरो कोविड पॉलिसी को लेकर पागलपंती की हद तक उतर आया है। जीरो कोविड नीति पर चीन का पागलपन इस कद्र बढ़ गया है कि चीनी सरकार ने बच्चों और जानवरों पर अत्याचार शुरू कर दिए हैं।  अधिकारियों ने बताया कि शुरूआती दौरा की जांच में संक्रमण के इन मामलों की पुष्टि हुई। कोविड-19 की जांच में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद बीजिंग के अधिकारियों ने एक सप्ताह के लिए स्कूल में कक्षाएं स्थगित कर दीं।

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द सन की एक खबर के मुताबिक सोशल मीडिया पर शेयर किए एक वीडियो में छोटे-छोटे बच्चे पीपीई सूट पहनकर स्कूल जाते दिखाई पड़ रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो शंघाई का है। वीडियो में दुनिया के सबसे सख्त लॉकडाउन के बीच बच्चों की कतार देखी जा सकती है। छोटे-छोटे बच्चे सिर से लेकर पांव तक पीपीई किट पहने हुए हैं और उनके हाथ में बैग है। यह दिखाता है कि चीन अपनी जीरो कोविड नीति को लेकर किस हद तक सख्त है।

 

सोशल मीडिया पर शेयर किए गए एक दूसरे वीडियो में कुछ पालतू जानवरों को प्लास्टिक बैग में कैद देखा जा सकता है। इस वीडियो को 10 लाख से अधिक लोग देख चुके हैं। वीडियो में कुत्ते और बिल्ली से भरे बैग फुटपाथ पर पड़े दिखाई दे रहे हैं। शहर में पुलिस कथित तौर पर उन लोगों के पालतू जानवरों को प्रताड़ित और मौत के घाट उतार रही है, जो कोरोना के टेस्ट में पॉजिटिव पाए जा रहे हैं। यह वीडियो ट्विटर यूजर @EnesFreedom द्वारा 16 अप्रैल को शेयर किया गया था।

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चीन की राजधानी में शुक्रवार को संक्रमण के चार मामले भी सामने आये, जिन्हें अलग से गिना गया था। चीन में शनिवार को संक्रमण के 24,326 नए मामले सामने आये जो स्थानीय स्तर पर हुए संक्रमण के हैं। इनमें अधिकतर मामले ऐसे हैं, जिनमें मरीजों में रोग के लक्षण नहीं हैं। अधिकांश मामले शंघाई से हैं। स्थानीय मीडिया ने बताया कि बीजिंग के चाओयांग जिले में, सरकार ने स्कूल की गतिविधियों और कक्षाओं को स्थगित करने का आदेश दिया है। सरकार अब कोविड के अन्य मामलों का पता लगाने के लिए सामूहिक जांच कर रही है।

 

उधर,  शंघाई में  एक दिन पहले मौतों का  आंकड़ा 11 था। सुनने में भले यह आंकड़ा छोटा लगे लेकिन देश में इसका असर बेहद बड़ा हो रहा है। करीब पांच हफ्तों से लगा लॉकडाउन अब और ज्यादा सख्त होने जा रहा है। शुरुआत में लॉकडाउन सिर्फ कुछ इलाकों में लगा था जो अब पूरे शहर में फैल चुका है। शुरुआत में कुछ ढील देने के बाद सख्त नियमों में करोड़ों लोगों को घरों में कैद कर दिया।  चीन की बेहद कठोर जीरो कोविड पॉलिसी के चलते लोग भूख से तड़प रहे हैं, कोरोना के खौफ में जी रहे हैं, खिड़कियों और बालकनियों से चिल्ला रहे हैं, पुलिस से भिड़ रहे हैं और जीवनयापन के बेहद मामूली स्तर के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उनके सामने खड़ी है। 

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बता दें कि महामारी की शुरुआत से अब तक चीन में कोरोना अपने सबसे भयानक रूप में सामने आया है। शुक्रवार को शंघाई में बिना लक्षण वाले 20,634 मामले सामने आए। एक दिन पहले यह आंकड़ा 15,698 था। वहीं लक्षण वाले कुल मामले गुरुवार को 1931 से बढ़कर शनिवार को 2736 हो गए। मरने वालों की औसत उम्र 88 दर्ज की गई है। सभी को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं थीं और किसी के भी वैक्सीन नहीं लगी थी। खबरों की मानें तो कोरोना के ओमीक्रोन स्वरूप का एक नया सब-वेरिएंट इस प्रकोप के लिए जिम्मेदार है जो मूल स्वरूप से अधिक संक्रामक है।
 

 


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Content Writer

Tanuja

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