ठीक हुए मरीजों में फिर लौट रहा कोरोना वायरस, हो सकती है यह वजह

punjabkesari.in Sunday, Apr 19, 2020 - 05:35 PM (IST)

 

इंटरनेशनल डेस्कः बेहद छोटे व सूक्ष्म 60 nm यानि 60 नैनोमीटर के कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को घुटनों पर ला दिया है। भारत समेत दुनिया के कई शक्तिशाली देश इस महामारी की मार झेल रहे हैं। ये जानलेवा वायरस इतना छोटा होता है कि पेन के एक नुक्ते या बिंदी में हज़ारों लाखों कोरोना वायरस समा सकते हैं। ऐसे में अगर ये वायरस दोबारा लौट कर आया, तो यह कितनी तबाही मचाएगा, इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। दक्षिण कोरिया में ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है जिनमें दोबारा कोरोना वायरस संक्रमण पया गया है। शुक्रवार तक कम से कम ऐसे 163 लोग सामने आ चुके हैं जो कोरोना वायरस संक्रमण मुक्त होने के बाद फिर पॉजिटिव मिले हैं।

 

हालांकि इस बीच अधिकारियों ने कहा है कि महामारी को फैलने से रोकने के लिए लागू सख्त प्रावधानों में जल्द नरमी ला सकते हैं। चीन के बाहर साउथ कोरिया में ही कोरोना सबसे अधिक तेजी से फैला था, लेकिन इसने जल्द ही संक्रमण पर काबू पा लिया, जिसके लिए दुनिया में उसकी तारीफ हो रही है। सोमवार को दक्षिण कोरिया में 25 नए मामले ही सामने आए, लेकिन 'रिएक्टिव' मरीजों की संख्या में तेजी से चिंता बढ़ गई है। स्वास्थ्य अधिकारी अभी इस बात की जांच में जुटे हैं कि मरीजों को दोबारा संक्रमण कैसे हुआ। हालांकि कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (KCDC) के डायरेक्टर जोंग इन क्योंग ने कहा है कि मरीजों के दोराबा संक्रमित होने की बजाय संभव है कि उनमें वायरस दोबारा एक्टिव हो गया है। दूसरे कुछ अधिकारियों का कहना है कि जांच में खामी इसकी वजह हो सकती है या मरीज में वायरस के अंश बच गए होंगे।

 

दक्षिण कोरिया में पिछले सप्ताह ऐसे केसों की संख्या 51 थी जो अब बढ़कर 163 हो चुकी है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मांग पर दक्षिण कोरिया मंगलवार को अमेरिका को 6 लाख टेस्टिंग किट्स अमेरिका भेजने जा रहा है। साउथ कोरिया के नेताओं ने लोगों से नियमों का पालन करते रहने को कहा है। हालांकि उन्होंने संकेत दिया है कि प्रतिबंधों में छूट दी जा सकती है। कोरिया सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर जोंग इन क्योंग ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस बात की अधिक संभावना है कि उनके शरीर में वायरस दोबारा रिएक्टिव हो गया है, बजाय इसके कि वे दोबारा संक्रमित हुए हैं। हालांकि, साउथ कोरिया के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा है कि अभी यह साफ नहीं है कि इस ट्रेंड के पीछे क्या है, जांच जारी है।

 

लोगों में दोबारा इंफेक्शन अंतरराष्ट्रीय चिंता का विषय है, क्योंकि कई देश अभी उम्मीद कर रहे हैं कि संक्रमित लोग इस वायरस के खिलाफ प्रतिरोधक क्षमता हासिल कर लेंगे और इससे दोबारा यह महामारी नहीं आएगी। साउथ कोरिया में शुक्रवार को 25 नए मामले सामने आए। फरवरी में 24 घंटे में रिकॉर्ड 900 केस के बाद अब दक्षिण कोरिया में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है। इनमें से 211 लोगों की मौत हुई है। चीन से बाहर साउथ कोरिया के डेगू शहर में ही कोरोना सबसे पहले तेजी से फैला था, उसके बाद पहली बार यहां कोई केस सामने नहीं आया है।


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Tanuja

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