एशिया में नस्लभेद व अपमान का शिकार हो रहे WHO कर्मी
punjabkesari.in Thursday, Jan 27, 2022 - 06:14 PM (IST)
जिनेवा: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के कुछ पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र में संगठन के शीर्ष निदेशक पर नस्लभेदी, अनैतिक और अपमानजनक व्यवहार करने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि इससे कोरोना वायरस महामारी पर लगाम लगाने के डब्ल्यूएचओ के प्रयास प्रभावित हो रहे हैं। अक्तूबर 2021 में दायर एक आंतरिक शिकायत के बाद बीते हफ्ते दो गुमनाम कर्मचारियों की ओर से वरिष्ठ अधिकारियों और कार्यकारी बोर्ड को भेजे गए ईमेल में भी इस तरह के आरोप लगाए गए हैं।
ईमेल की एक प्रति ‘एसोसिएटेड प्रेस' के हाथ लगी है। शिकायतकर्ताओं ने दावा किया कि इस ईमेल को तैयार करने में डब्ल्यूएचओ के 30 से ज्यादा कर्मचारी शामिल हैं और यह 50 से अधिक लोगों के अनुभवों को बयां करता है। आंतरिक शिकायत और ईमेल में डब्ल्यूएचओ के मनीला स्थित पश्चिमी प्रशांत मुख्यालय के माहौल को ‘दमघोंटू' बताते हुए वहां ‘व्यवस्थित तरीके से डराने-धमकाने और सार्वजनिक उपहास की संस्कृति' होने का आरोप लगाया गया है। डॉ. ताकेशी कसाई के नेतृत्व वाले पश्चिमी प्रशांत मुख्यालय के तहत चीन, जापान और फिलीपीन सहित 37 देश आते हैं। ‘एसोसिएटेड प्रेस' को उन बैठकों के कुछ फुटेज भी मिले हैं, जिसमें कसाई अपने कर्मचारियों की राष्ट्रीयता के आधार पर उनके खिलाफ कथित आपत्तिजनक टिप्पणियां करते नजर आ रहे हैं।
WHO के 11 पूर्व और मौजूदा कर्मचारियों ने दावा किया कि कसाई अक्सर नस्ली भाषा का इस्तेमाल करते हैं। जवाबी कार्रवाई के डर से नाम न जाहिर करने वाले कर्मचारियों ने ईमेल में दावा किया कि कसाई के तानाशाही वाले रवैये के चलते बीते डेढ़ साल में 55 से अधिक प्रमुख कर्मियों ने डब्ल्यूएचओ को अलविदा कह दिया । उन्होंने आरोप लगाया कि ज्यादातर रिक्तियों पर नए कर्मचारियों की भर्ती नहीं हुई है, जिससे कोरोना वायरस के खिलाफ जंग प्रभावित हो रही है।
ईमेल और आंतरिक शिकायत में कसाई पर जापान के साथ गलत तरीके से कोरोना रोधी टीके की संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप भी लगाया गया है। कसाई स्वयं जापान से ताल्लुक रखते हैं। हालांकि, कसाई ने ‘एसोसिएटेड प्रेस' को ईमेल भेजकर अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज किया। उन्होंने दावा किया कि वह सकारात्मक बदलाव लाने को प्रतिबद्ध हैं, ताकि क्षेत्र के सभी डब्ल्यूएचओ कर्मचारियों को काम का बेहतर माहौल उपलब्ध हो।