अमेरिका से दूर होकर पाकिस्तान बेचैन ! FM कुरैशी ने चिट्ठी लिखकर US में अपने दूत पर निकाली भड़ास
punjabkesari.in Thursday, Oct 07, 2021 - 01:07 PM (IST)
इस्लामाबादः पाकिस्तान के लिए चीन से दोस्ती जी का जंजाल साबित हो सकती है। जैसे-जैसे पाक की चीन से नजदीकियां बढ़ती जा रही हैं वैसे वैसे वह अमेरिका से दूर होता जा रहा है। यही कारण है कि पाकिस्तान बार-बार अमेरिका को अपने संबंधों की दुहाई दे रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने अमेरिका में अपने देश के राजदूत असद मजीद को दोनों देशों के बीच संचार की कमी को लेकर नाराजगी जताई है। मीडिया के हाथ पाकिस्तान के विदेश मंत्री की वो चिट्ठी हाथ लगी है जो बताती है कि पाकिस्तान अमेरिका से दूर होकर किस तरह बेचैन है।
27 सितंबर, 2021 को लिखे पत्र में कुरैशी का कहना है कि पाकिस्तान दूतावास दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण संपर्क स्थापित करने में असमर्थ रहा है। चिट्टी में इस बात का भी जिक्र किया गया है कि अफगानिस्तान में पाकिस्तान की ओर से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के बावजूद इस्लामाबाद को वॉशिंगटन की आरे से वो तवज्जो नहीं दी गई, जिसका वो हकदार था। कुरैशी ने अमेरिका में मौजूद पाकिस्तान के राजदूत से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि अमेरिका के साथ फिर से बेहतर रिश्ते बनाने के लिए पर्याप्त राजनयिक कदम उठाए जाएं।
कुरैशी ने अमेरिका में मौजूद अपने राजनयिकों को डांट लगाते हुए लिखा कि अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति और पाकिस्तान द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बावजूद, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि वाइट हाउस पाकिस्तानी नेतृत्व के प्रति उदासीन बना हुआ है। पाकिस्तान के हर तरह के प्रयासों के बाजूवद अमेरिका के रुख में किसी भी तरह का कोई बदलाव नहीं आया है। कुरैशी ने कहा, अमेरिका की उदासीनता पाकिस्तान के राजनयिक दृष्टिकोण की खामी को दर्शता है।
उन्होंने वाइट हाउस के अधिकारियों पर गुस्सा जाहिर किया और कहा कि दुर्भाग्य से अमेरिकी राष्ट्रपति को सलाह देने वाले वाइट हाउस के कर्मचारियों की दया पर पाकिस्तानी दूतावास निर्भर है। उन्होंने पाकिस्तानी दूतावास से कहा अमेरिका से जल्द से जल्द संचार स्थापित करने की जरूरत पर जोर दिया है। बता दें कि ये जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब एक हफ्ते पहले ही अमेरिकी सीनेटरों के एक समूह ने उस बिल का समर्थन किया है, जिसमें तालिबान की वापसी में पाकिस्तान की भूमिका की जांच की मांग की गई है।