LIVE: काबुल हवाई अड्डे के निकट रॉकेट हमले के बाद गोलीबारी, तालिबान का नया फरमान जारी

punjabkesari.in Monday, Aug 30, 2021 - 04:24 PM (IST)

काबुलः अफगानिस्तान में दो सप्ताह पहले तालिबान के कब्जे के बाद से बहुत अराजकता की स्थिति है। अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान अपनी सरकार बनाने की तैयारी में है। अपने शासन में तालिबान  कई बड़े बदलाव ला रहा है और लोगों को इसके बारे में बताना भी शुरू कर दिया है। उधर, अमेरिका की अपने नागरिकों को अफगानिस्तान से निकालने की प्रक्रिया के बीच काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निकट रॉकेट हमले हुए हैं। प्रत्यक्षदर्शियों ने यह जानकारी दी। अफगानिस्तान से जुड़ी हर खबर के लिए जुड़े  रहें Punjabkesari.in के साथ

LIVE UPDATES:-

  • नए बदलाव के तहत  तालिबान ने अब किसानों के लिए नया फरमान जारी किया है। उन्होंने अफगानिस्तान में अफीम की खेती पर रोक लगा दी है। तालिबान का ये फैसला इसलिए भी हैरान करता है क्योंकि लंबे वक्त तक वह खुद ही इस बिजनेस का सबसे बड़ा हिस्सेदार रहा है। तालिबान द्वारा अफगानिस्तान के अलग-अलग हिस्सों में अफीम की खेती पर वसूली की जाती थी, ये तालिबान की कमाई का बड़ा जरिया था।
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  • सोमवार सुबह काबुल के सलीम कारवां इलाके में रॉकेट हमले हुए और विस्फोट के बाद गोलीबारी शुरू हो गई। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि गोलीबारी कौन कर रहा है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि उन्होंने तीन धमाकों की आवाज सुनी और फिर आग की तरह आसमान में चमक उठती देखी। धमाकों के बाद लोग दहशत में हैं।  अमेरिकी अधिकारियों से प्रतिक्रिया मांगी गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला।
     
  • रॉकेट दागे जाने के बाद भी हवाई अड्डे पर अमेरिका का निकासी अभियान जारी है। इससे पहले, रविवार को अमेरिकी सेना ने पुष्टि की कि उसने काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की तरफ जा रहे ‘‘विस्फोटक लदे एक वाहन'' को निशाना बनाया, जहां अमेरिकी सेना लोगों को सुरक्षित निकालने के अभियान में जुटी हुई है। एक अफगान अधिकारी ने कहा कि हमले में तीन बच्चों की मौत हो गई। अमेरिका को मंगलवार तक अफगानिस्तान से निकासी की प्रक्रिया पूरी करनी है। 

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  • इससे पहले अमेरिकी हवाई हमले में उस वाहन को निशाना बनाया गया, जिसमें इस्लामिक स्टेट के एक सहयोगी संगठन के कई आत्मघाती हमलावर सवार थे। अधिकारियों ने  बताया कि ये आत्मघाती हमलावर काबुल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अमेरिकी सेना के सैन्य निकासी अभियान को निशाना बनाना चाहते थे।  इसके अलावा हवाई अड्डे से उत्तर-पश्चिम में स्थित एक इलाके में एक रॉकेट हमले में एक बच्चे की मौत हो गई।
     
  • शुरुआती तौर पर दोनों घटनाएं अलग-अलग प्रतीत हो रही हैं, हालांकि दोनों के बारे में अभी कम ही जानकारी उपलब्ध है। यह रॉकेट हमला ऐसे समय किया गया है, जब अमेरिका अफगानिस्तान से लोगों को निकालने के लिए एक ऐतिहासिक अभियान संचालित कर रहा है, जिसमें काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से हज़ारों लोगों को निकाला गया है।
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  •  तालिबान के एक लड़ाके ने अशांत पर्वतीय प्रांत में संदिग्ध परिस्थितियों में एक अफगान लोक गायक की गोली मारकर हत्या कर दी। उनके परिवार ने रविवार को यह जानकारी दी। लोक गायक फवाद अंदराबी को शुक्रवार को अंदराबी घाटी में गोली मारी गई। यह घाटी बगलान प्रांत में है जो राजधानी काबुल से लगभग 100 किलोमीटर (60 मील) दूर उत्तर में है। तालिबान का कहना है कि उन्होंने उन क्षेत्रों को वापस ले लिया है, हालांकि हिंदू कुश पहाड़ों में स्थित पंजशीर अफगानिस्तान के 34 प्रांतों में से केवल एक ऐसा प्रांत है जो उसके नियंत्रण में नहीं है।
     
  • इस्लामिक स्टेट के एक सहयोगी संगठन द्वारा किए गए आत्मघाती हमले के बाद तालिबान ने हवाई क्षेत्र के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी है। उस आत्मघाती हमले में 180 से अधिक लोग मारे गए थे। ब्रिटेन ने शनिवार को अपनी निकासी उड़ानें समाप्त कर दीं। अमेरिका के सबसे लंबे युद्ध से सभी सैनिकों को वापस निकालने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा निर्धारित मंगलवार की समयसीमा से पहले, अमेरिकी सैन्य मालवाहक विमानों ने रविवार को हवाई अड्डे से उड़ान जारी रखी।
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  • देश में रह गए अफगानिस्तानी नागरिकों को तालिबान के अपने पहले के दमनकारी शासन में वापस आने की चिंता है। इस आशंका को हाल ही में विद्रोहियों द्वारा देश में एक लोक गायक की गोली मारकर हत्या किये जाने के बाद बल मिला है। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इससे पहले पत्रकारों को भेजे संदेश में कहा कि हमले में एक हमलावर को निशाना बनाया गया, जो विस्फोटकों से लदे वाहन को चला रहा था। मुजाहिद ने कुछ और जानकारियां दीं।
     
  • अमेरिका में सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के एक शीर्ष सीनेटर ने कहा कि अमेरिका को तालिबान को औपचारिक तौर पर मान्यता नहीं देनी चाहिए। उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस बात के संकेत बढ़ते जा रहे हैं कि राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन अब इस समूह को अफगानिस्तान का वस्तुतः शासक मानता है। सीनेटर ने यह भी कहा कि अफगानिस्तान में विपक्षी बलों को मान्यता देना भी ‘कोई बेहतर विचार' नहीं होगा क्योंकि ‘वास्तव में वे देश नहीं चला रहे हैं।'' सीनेटर क्रिस मर्फी ने सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में तालिबान को औपचारिक तौर पर मान्यता देने के संबंध में पूछे गए सवाल पर कहा, ‘‘ मेरा मानना है कि मान्यता नहीं दी जानी चाहिए।

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  • अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन सोमवार को अफगानिस्तान पर प्रमुख सहयोगियों के साथ ऑनलाइन एक मंत्री स्तरीय बैठक की मेजबानी करेंगे।  अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि अफगानिस्तान पर होने वाली मंत्री स्तरीय ऑनलाइन बैठक के लिये अमेरिका ने जिन्हें आमंत्रित किया है उनमें कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, तुर्की और कतर के साथ-साथ यूरोपीय संघ तथा नाटो भी शामिल हैं। प्राइस ने कहा, ‘‘ बैठक में शामिल होने वाले नेता आने वाले दिनों और हफ्तों के लिए एक संरेखित दृष्टिकोण पर चर्चा करेंगे।'' उन्होंने बताया कि दिन में ब्लिंकन 14 अगस्त के बाद अमेरिका द्वारा किए प्रयासों और आगामी कदमों पर भी चर्चा करेंगे।
     
  • अफगानिस्तान में अब छात्र और छात्राएं अलग-अलग कक्षाओं में अध्ययन करेंगे। स्थानीय समाचार चैनल टोलो न्यूज ने तालिबान द्वारा नियुक्त कार्यवाहक उच्च शिक्षा मंत्री अब्दुल बकी हक्कानी के हवाले से रविवार को यह जानकारी दी। काबुल में एक उच्च शिक्षा सम्मेलन में बोलते हुए हक्कानी ने कहा कि लड़कियों को शिक्षा का अधिकार है, लेकिन वे लड़कों के साथ एक ही कक्षा में नहीं पढ़ सकती हैं।
     

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Content Writer

Tanuja

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