US-जापान ने हिंद प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर चीन के खिलाफ बनाया प्लान

punjabkesari.in Saturday, Jan 22, 2022 - 05:11 PM (IST)

वाशिंगटन: बीजिंग के प्रभाव को बढ़ाने के लिए चीनी सेना सक्रिय रूप से रणनीतिक हिंद महासागर क्षेत्र पर नजर गड़ाए हुए हैं। चीन लगभग समूचे विवादित दक्षिण चीन सागर पर अपना दावा करता है, हालांकि ताइवान, फिलीपींस, ब्रुनेई, मलेशिया और वियतनाम इसके कुछ हिस्सों पर दावा करते हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में यथास्थिति को बदलने के चीन के प्रयासों के खिलाफ कार्रवाई करने पर सहमति व्यक्त की है।

 

दोनों नेताओं ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में क्वाड समूह के महत्व पर प्रकाश डाला। दोनों नेताओं के बीच शुक्रवार को ऑनलाइन तरीके से 80 मिनट तक बैठक हुई जिसमें बाइडेन ने कहा कि अमेरिका और जापान के बीच दीर्घकालिक गठबंधन रणनीतिक हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में शांति और सुरक्षा की आधारशिला है। बाइडेन ने बैठक के बाद एक ट्वीट में कहा, ‘‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दुनियाभर में शांति और सुरक्षा की आधारशिला -अमेरिका-जापान गठबंधन- को और मजबूत करने के वास्ते प्रधानमंत्री किशिदा से मिलना सम्मान की बात है।’’

 

व्हाइट हाउस ने बैठक के बाद एक बयान में कहा, ‘‘हिंद-प्रशांत शक्तियों के रूप में अमेरिका और जापान इस क्षेत्र के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बनाए रखने और साझा उद्देश्यों के लिए एकजुट हैं।’’ दोनों नेताओं ने पूर्वी चीन सागर और दक्षिण चीन सागर में यथास्थिति को बदलने के चीन के प्रयासों के खिलाफ कार्रवाई का संकल्प व्यक्त किया। अमेरिका, भारत और कई अन्य विश्व शक्तियां क्षेत्र में चीन के आक्रामक सैन्य युद्धाभ्यास की पृष्ठभूमि में एक स्वतंत्र, खुले और संपन्न हिंद-प्रशांत क्षेत्र को सुनिश्चित करने के बारे में बात कर रही हैं।

 

जापानी सरकार ने एक बयान में कहा कि ‘‘दोनों नेताओं ने मजबूत जापान-अमेरिका गठबंधन के तहत निकटता से समन्वय करने और ऑस्ट्रेलिया, भारत, आसियान और यूरोप के समान विचारधारा वाले देशों के साथ सहयोग को गहरा करने के इरादे को साझा किया।’’ बाइडन और किशिदा ने कहा कि वे हिंद-प्रशांत क्षेत्र और उसके बाहर सहयोगियों और साझेदारों के साथ मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार दोनों नेताओं ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में क्वाड समूह के महत्व पर प्रकाश डाला। क्वाड चार देशों का समूह है जिसमें भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।


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Content Writer

Tanuja

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