अमेरिका का 110 देशों के साथ लोकतंत्र शिखर सम्मेलन आज से, बांगलादेश को भी नहीं मिला निमंत्रण

punjabkesari.in Thursday, Dec 09, 2021 - 01:21 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आज से शुरू होने वाले विश्व लोकतंत्र शिखर सम्मेलन के लिए 100 से अधिक देशों को आमंत्रित किया है। यह सम्मेलन जो 9-10 दिसंबर को होने वाला है,  में  दक्षिण एशियाई देशों में शामिल श्रीलंका और अफगानिस्तान  के अलावा बांग्लादेश को भी आमंत्रित नहीं किया गया है। जबकि पाकिस्तान ने इस सूची में जगह बनाई है लेकिन उसने अपने दोस्त चीन की खातिर यह न्यौता ठुकरा दिया है ।

 

पाकिस्तान को आमंत्रण हैरानीजनक
शिखर सम्मेलन में कुल 110 देशों को आमंत्रित किया गया है। अमेरिकी विदेश विभाग ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "शिखर सम्मेलन का उद्देश्य नेताओं को लोकतांत्रिक सरकारों के सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों के बारे में ईमानदारी से बात करने, सुनने और बोलने के लिए एक मंच प्रदान करना है।" लोकतंत्र  विषय पर चर्चा के लिए पाकिस्तान को आमंत्रण हैरान करने वाली बात जरूर है। क्योंकि पाकिस्तान में लोकतंत्र सिर्फ दिखावा है, वहां सरकार को पीछे से सेना और आईएसआई ही चलाते हैं।

 

'लोकतंत्र में बुरी तरह से फेल देश' सूची से बाहर
बांग्लादेशी लाइव की रिपोर्ट समाचार के अनुसार दिलचस्प बात यह है कि मिस्र, सऊदी अरब, जॉर्डन, कतर और यूएई, जो वाशिंगटन के सहयोगी हैं, को डेमोक्रेसी समिट में आमंत्रित लोगों की सूची से बाहर रखा गया है क्योंकि अमेरिका उन्हें 'लोकतंत्र में बुरी तरह से कमी वाला देश' मानता है । इसके अलावा, बांग्लादेशी प्रकाशन ने पूछा कि क्या अमेरिका अब आधिकारिक तौर पर बांग्लादेश के लोकतंत्र सूचकांक को उपर्युक्त सत्तावादी शासन के बराबर मानता है। मध्य पूर्व के देशों में, केवल इज़राइल और इराक ऑनलाइन सम्मेलन में भाग लेंगे । यदि चुनाव एक मानदंड हैं, तो अमेरिकी विदेश विभाग ने बांग्लादेश के पिछले चुनाव को "असंभव रूप से एकतरफा" बताया। इस बीच, पाकिस्तान का पिछला चुनाव तब हुआ था जब उसके प्रमुख विपक्षी नेता को पहले अयोग्य घोषित किया गया था ।
 


भारत के साथ उसके तीन पड़ोसी देशों को  न्योता मिला
इन देशों में भारत के साथ उसके तीन पड़ोसी देशों को भी न्योता मिला है। इनमें से एक  पाकिस्तान है तो दूसरा नेपाल और तीसरा मालदीव। विश्व लोकतंत्र शिखर सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र पर चर्चा करना है। कोरोना महामारी के कारण वीडियो लिंक द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम को व्हाइट हाउस के द्वारा संचालित किया जाएगा। जिसमें लोकतंत्र और शक्तिशाली निरंकुशता या तानाशाही जैसे मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। इस बीच नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार राज्य के अवर सचिव उजरा जेया ने कहा कि कोई गलती न करें, हम लोकतांत्रिक गणना के क्षण में हैं।

 
 भारत के पड़ोसी चीन को न्योता नहीं मिला है। हालांकि नेपाल और मालदीव को बुलाया गया है। उधर चीन के पड़ोसी देश दक्षिण कोरिया आज भी अमेरिका का करीबी है और उसे इस समिट का निमंत्रण मिला है। भारत के इन पड़ोसी देशों को नहीं मिला न्योता भारत के जिन पड़ोसी देशों को इस समिट के लिए न्योता नहीं मिला है, उनमें बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार, अफगानिस्तान, भूटान और ईरान शामिल हैं।
 


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Content Writer

Tanuja

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