अमेरिका के हटते ही तुर्की ने सीरिया पर की एयर स्ट्राइक, भारत ने जताया कड़ा विरोध

punjabkesari.in Friday, Oct 11, 2019 - 10:33 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: अमरीका के सेना हटाने के फैसले के तुरंत बाद तुर्की ने अपने पड़ोसी देश सीरिया में एयर स्ट्राइक करनी शुरू कर दी है। इसमें आम लोगों के हताहत होने की भी सूचना है। हालांकि, तुर्की का दावा है कि वह कुर्द बलों और इस्लामिक स्टेट (आई.एस.) के खिलाफ  कार्रवाई कर रहा है। तुर्की कुर्द लड़ाकों को आतंकी मानता है। उधर, तुर्की के एकतरफा फैसले पर भारत ने गहरी चिंता  जताई है और उससे अपील की कि वह सीरिया की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करे। विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि हम पूर्वोत्तर सीरिया में तुर्की के एकतरफा सैन्य हमले पर गहरी चिंता जाहिर करते हैं। तुर्की का कदम क्षेत्र में स्थिरता और आतंकवाद के खिलाफ  लड़ाई को कमजोर कर सकता है। इस कदम से मानवीय संकट पैदा होने की संभावना है।वहीं अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन मीडिया रिपोर्टों की पुष्टि की है जिनमें कहा गया है कि आई.एस. से जुड़े 2 आतंकियों (ब्रिटिश नागरिकों) को हिरासत में लिया गया है। वहीं तुर्की के इस हमलों से दोनों देशों की सीमाओं एक दिन में 60 हजार लोग विस्थापित हुए हैं।

 

कुर्दों ने आई.एस. के खिलाफ जंग में नहीं की कोई मदद : ट्रंप
अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि सीरिया के कुर्दों ने आई.एस.आई.एस. के खिलाफ जंग में अमरीका की कोई मदद नहीं की। इस बयान के जरिए उन्होंने अमरीकी बलों को वापस बुलाने के अपने फैसले का बचाव किया है जिससे तुर्की को पूर्वोत्तर सीरिया पर हमला करने के लिए सैन्य अभियान शुरू करने का रास्ता मिल गया। सीरियाई कुर्दों के बारे में माना जाता है कि वे क्षेत्र में अमरीका का सहयोग करते हैं। हालांकि ट्रंप ने उनके सहयोग को मान्यता देने से इन्कार कर दिया है। इसी मध्य अमरीकी सीनेट के सदस्य लिंडसे ग्राहम और क्रिस वैन होलेन ने एक प्रस्ताव पेश किया है जिसमें तुर्की के खिलाफ लगाए जाने वाले प्रतिबंधों की एक विस्तृत शृंखला का प्रावधान है।

 

तुर्की के अभियान में 109 आतंकियों की मौत
अंकारा: सीरिया के उत्तरी क्षेत्रों में तुर्की की सेना की तरफ से चलाए जा रहे अभियान में 2 दिन में 109 आतंकवादियों की मौत हो गई है। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन ने गुरुवार को यह जानकारी दी। एर्दोआन ने कहा कि हमने यह अभियान बुधवार को शुरू किया था और पहले इसमें तोपों की मदद ली गई और इसके बाद वायुसेना तथा थलसेना की मदद से आतंकी ठिकानों पर गोलाबारी की गई। इस कार्रवाई में अभी तक 109 आतंकवादियों की मौत हो गई है और अन्य घायल हुए हैं। वहीं कुर्द लड़ाकों के नेतृत्व वाली सीरियाई डैमोक्रेटिक फोर्सेज (एस.डी.एफ.) ने वीरवार को कहा कि तुर्की के लड़ाकू विमानों ने उत्तरी सीरिया में एक जेल को निशाना बनाकर हमले किए हैं। हमले में एक जेल को नुक्सान हुआ है जिसमें आई.एस. के आतंकियों को रखा जाता है। इतना ही नहीं तुर्की ने सीमा के नजदीक रिहायशी इलाकों को निशाना बनाकर हमले किए जिसमें 3 कुर्द लड़ाके और 5 नागरिकों की मौत हो गई।

 

एर्दोआन की ई.यू. को चेतावनी : शरणार्थियों के लिए खोल देंगे दरवाजे 
इसी बीच तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने यूरोपीय संघ (ई.यू.) को चेतावनी दी कि अगर उसने सीरिया में तुर्की के सैन्य अभियान की आलोचना की तो वह लाखों शरणार्थियों को यूरोप की तरफ जाने की अनुमति दे देगा। एर्दोआन ने एक भाषण में कहा कि यूरोपीय संघ, जागो। मैं इसे फिर कहता हूं, अगर आप वहां हमारे अभियान को घुसपैठ बताएंगे तो हमारा काम आसान है। हम दरवाजे खोल देंगे और आपके यहां 36 लाख शरणार्थियों को भेज देंगे। बता दें कि यूरोपीय संघ के साथ 2016 के समझौते में तुर्की 6 अरब यूरो और अपने नागरिकों को वीजा मुक्त यात्रा के बदले शरणाॢथयों को रोकने पर सहमत हुआ था लेकिन ब्रसेल्स से सहयोग में कमी को लेकर अक्सर उसकी आलोचना करता है। एर्दोआन ने ई.यू. को संबोधित करते हुए कहा कि आप कभी भी गंभीर नहीं रहे। 
 


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vasudha

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