Russia-Ukraine War: 20 लाख लोगों ने छोड़ा यूक्रेन, पलायन करने वाली महिला शरणार्थियों के लिए बुरे सपने जैसे हालात

punjabkesari.in Tuesday, Mar 08, 2022 - 06:59 PM (IST)

बुडापेस्ट: दुनियाभर में आज महिलाओं के सम्मान का दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन यूक्रेन छोड़कर जाने वाली अधिकतर महिलाओं को अपने बच्चों की चिंता सता रही है, जहां उनके पति, भाई और पिता रूस के हमलों से देश को बचाने के लिए वहीं रह गये हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार यूक्रेन छोड़कर जाने वाले शरणार्थियों की संख्या मंगलवार को 20 लाख पहुंच गयी। यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ा पलायन है। पोलिना शुलगा ने अपनी तीन साल की बच्ची से झूठ बोलकर अपनी यात्रा को आसान बनाने की कोशिश की।

शुलगा ने बताया, ‘‘किसी बच्ची के साथ सफर करना मुश्किल है लेकिन मैंने उससे कहा है कि हम छुट्टी मनाने जा रहे हैं और जंग खत्म होने के बाद हम एक दिन जरूर घर लौटेंगे।'' शुलगा को पता नहीं कि यू्क्रेन की राजधानी कीव से हंगरी पहुंचने के बाद उन्हें किस तरह के हालात का सामना करना पड़ेगा, लेकिन उसे भरोसा है कि ये अनुभव उसे और मजबूत बनाएंगे। पूर्वी यूक्रेन के दोनेत्स्क की शरणार्थी नतालिया ग्रिगोरियोवना लेवचिनका ने भी कुछ इस तरह की बात कही। सेवानिवृत्त शिक्षिका ने कहा, ‘‘ऐसा लग रहा है कि कोई खतरनाक, बुरा सपना चल रहा है।

अगर मेरी बेटी नहीं होती तो मैं भावशून्य ही रहती।'' यूक्रेन की सरकार के एक आदेश के मुताबिक देश से 18 साल से 60 साल तक की उम्र के पुरुषों के देश छोड़कर जाने पर पाबंदी है जिसका मतलब है कि देश छोड़कर जाने वाले अधिकतर लोगों में महिलाएं और बच्चे हैं। सरकार की यह नीति पुरुषों को रूस के हमले के खिलाफ संघर्ष में शामिल होने के लिहाज से प्रोत्साहित करने के लिए है। 


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Content Editor

rajesh kumar

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