LIVE: तालिबान की क्रूरता: अफगान सैनिक का काटा गला, धड़ लेकर निकाली परेड व गाए गाने

punjabkesari.in Monday, Sep 13, 2021 - 11:44 AM (IST)

काबुलः अफगानिस्‍तान में नई सरकार का गठन करने वाले तालिबानी आतंकियों ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं । अफगानिस्तान पर कब्जे के दौरान तालिबान की क्रूरता की कई वीडियो सामने आए लेकिन इस नए वीडियो ने दुनिया को दहला कर रख दिया है। अफगानिस्तान की हर खबर के लिए जुड़े रहें punjabkesari.in के साथ

Live Updates:-

  • मीडिया रिपोर्ट को अनुसार ताजा मामले में तालिबान ने एक अफगान सैनिक का गला काट दिया और धड़ को लेकर जश्न मनाते हुए परेड निकाली। इस दौरान तालिबानी गाने भी गा रहे थे। पीड़‍ित सैनिक की वर्दी देखकर लग रहा है कि वह अफगानिस्‍तान की सेना का एक सदस्‍य था। इस वीभत्‍स घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया है।   करीब 30 सेकंड के इस वीडियो में भारी हथियारों से लैस तालिबानी अफगान सैनिक का कटा हुआ सिर लेकर परेड करते हुए दिखाई दे रहे हैं। 

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  • इस दौरान वे 'मुजाह‍िदीन' के नारे लगा रहे थे। इनमें से एक व्‍यक्ति ने खून से सने दो चाकू लिए हुआ था। वहीं 6 अन्‍य तालिबानी राइफल के साथ मौजूद थे। इस वीडियो को तालिबान के एक प्राइवेट चैट रूम में शेयर किया गया था। इस वीडियो में तालिबान के सुप्रीम लीडर हैबतुल्‍ला अखुंदजादा की ये तालिबानी प्रशंसा कर रहे हैं। इसके बाद वे अपने पीड़‍ितों को गोली मारने के बारे में चर्चा करने लगते हैं। यह वीडियो कब का है, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। डेली स्‍टार की रिपोर्ट के मुताबिक यह वीडियो अफगानिस्‍तान के पूर्व उपराष्‍ट्रपति अमरुल्‍ला सालेह के भाई की हत्‍या के बाद सोशल मीडिया में वायरल हुआ है।
     
  • अफगानिस्तान में नयी तालिबान सरकार के उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा है कि महिलाएं स्नातकोत्तर (पीजी) पाठ्यक्रमों सहित विश्वविद्यालयों में पढ़ाई कर सकती हैं, लेकिन कक्षाएं लैंगिक आधार पर विभाजित होनी चाहिए और इस्लामी पोशाक पहनना अनिवार्य होगा। मंत्री अब्दुल बकी हक्कानी ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में इन नयी नीतियों की रूपरेखा पेश की। इससे कुछ दिन पहले ही अफगानिस्तान के नये शासकों ने पूर्ण तालिबान सरकार के गठन की घोषणा की, जिसमें एक भी महिला सदस्य नहीं है।

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  • इससे पहले तालिबानियों ने पिछले दिनों पंजशीर की लड़ाई में अमरुल्लाह सालेह के भाई रोहुल्लाह अजीजी को मार डाला था। इतना ही नहीं, तालिबान लड़ाके रोहुल्ला के शव को दफनाने तक नहीं दे रहे थे। रोहुल्ला पिछले कई दिनों से पंजशीर में तालिबान से मुकाबला कर रहे थे। वे नैशनल रेजिस्टेंस फोर्स के एक यूनिट के कमांडर भी थे।
     
  • इबादुल्ला सालेह ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए पुष्टि की कि तालिबान ने मेरे चाचा को मार डाला है। वे हमें शव को दफनाने तक नहीं दे रहे। वे कह रहे हैं कि उसका शरीर सड़ जाना चाहिए। तालिबान की सूचना सेवा अलेमाराह के उर्दू भाषा वाले हैंडल ने कहा कि 'रिपोर्टों के अनुसार पंजशीर में लड़ाई के दौरान रोहुल्लाह सालेह मारे गए हैं।'
     
  • कतर का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पहुंचा है। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद से कतर यहां महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। तालिबान द्वारा अंतरिम मंत्रिमंडल की घोषणा के बाद काबुल आने वाला यह शीर्ष राजनयिक स्तरीय प्रतिनिधिमंडल है।
     
  • तालिबान के राजनीतिक मामलों के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बारे में ट्वीट किया कि इसमें कतर के उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुर रहमान अल सानी भी शामिल हैं। उन्होंने तालिबान के प्रधानमंत्री मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद से मुलाकात की। तालिबान ने साल 2013 में कतर की राजधानी दोहा में राजनीतिक कार्यालय खोला था। कतर तुर्की के साथ मिलकर काबुल हवाई अड्डे को तकनीकी सहायता भी मुहैया करा रहा है।

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  • अफगानिस्तान में तालिबान राज में जिस तरह से अल्पसंख्यक समुदायों को नजरअंदाज किया गया है, उससे पड़ोसी तजाकिस्तान बहुत नाराज हो गया है। मध्य एशिया में भारत का रणनीतिक सहयोगी और अफगानिस्तान के पड़ोसियों में से एक ताजिकिस्तान ने काबुल में तालिबान सरकार के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। इसकी वजह है कि तालिबान की सरकार में केवल पश्तून समुदाय की भागीदारी।
     
  • तजाकिस्तान की आपत्ति इस बात को लेकर है कि यह तो केवल पश्तुनों की सरकार है, इसमें न तो ताजिक समुदाय को उचित भागीदारी मिली है और न तो हजारा को। तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन ने सख्त लहजे में तालिबान से सरकार में सभी अल्पसंख्यकों की भागीदारी के साथ अफगान में एक समावेशी सरकार लाने को कहा है। साथ ही नाम लिए बगैर पाकिस्तान को भी लपेटा है।

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  • तालिबान ने अपनी नई सरकार के गठन के बाद रंग दिखाना शुरू कर दिया है। तालिबान सरकार  ने सबसे  काबुल के अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के नाम से पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई का नाम हटाते हुए इस हवाई अड्डे का नया नाम अब काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कर दिया है।
     
  • संयुक्त राष्ट्र की विकास एजैंसी ने कहा कि अफगानिस्तान चौतरफा गरीबी की कगार पर खड़ा है। ऐसे में यदि स्थानीय समुदायों और उनकी अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए तत्काल कदम नहीं उठाए गए तो अगले साल के मध्य में यह अनुमान हकीकत में तबदील हो सकता है। एजैंसी ने कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद 20 साल में हासिल की गई आर्थिक प्रगति जोखिम में पड़ गई है। संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) ने 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर तालिबान के काबिज होने के बाद 4 परिदृश्यों को रेखांकित किया है।
     
  • काबुल में एक बाजार के कोने में झंडों की छोटी सी दुकान में अफगानिस्तान के दशकों का उथल-पुथल भरा इतिहास वहां बेचे जाने वाले अनेक उत्पादों में दर्ज है। अब दुकान सफेद तालिबानी झंडों से भरी हुई है जिसमें काले रंग में अरबी भाषा में कुरान की आयतें लिखी हैं। रविवार को चार किशोर फ्लोरेसेंट रोशनी से चमकती मेज पर रखे सफेद कपड़े पर लिखी कुरान की आयातों के खांचे में काली स्याही भरकर उसे सूखने के लिए बालकनी की रेलिंग पर डालते नजर आए।

 


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Content Writer

Tanuja

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