भारत में मनाया जाएगा ताइवान का ‘National Day’, चीन को लगी मिर्ची

punjabkesari.in Thursday, Oct 08, 2020 - 06:15 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः 10 अक्टूबर को ‘National Day of Taiwan’ मनाया जाएगा। इसको लेकर भारतीय मीडिया में एक फुल पेज विज्ञापन दिया गया है, जिसमें भारत और ताइवान के राष्ट्रीय ध्वज का समावेश किया गया है और साथ ही लिखा गया है कि ‘Republic of China Taiwan’। भारतीय मीडिया में छपे इस विज्ञापन को लेकर चीन को मिर्ची लग गई। भारत में चीन के दूतावास की तरफ से बुधवार को जारी बयान में भारतीय मीडिया को आगामी 10 अक्टूबर को होने वाले ताइवान के राष्ट्रीय दिवस समारोह से बचने की नसीहत देने की हिमाकत की गई।

दरअसल, 10 अक्टूबर को ताइवान का राष्ट्रीय दिवस है। चीन उसे अपना हिस्सा मानता है और चाहता है कि पूरी दुनिया उसे उसके ही हिस्से के तौर पर स्वीकार करे। खास बात यह है कि वन चाइना की दुहाई देने वाला चीन लद्दाख को केंद्रशासित प्रदेश बनाने को 'अवैध' बताता आया है, जो भारत की क्षेत्रीय संप्रभुता का अपमान है।
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चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से भारतीय मीडिया के लिए जारी बयान में कहा गया है, 'ताइवान के आगामी तथाकथित राष्ट्रीय दिवस के बारे में भारत में चीनी दूतावास अपने मीडिया दोस्तों को याद दिलाना चाहता है कि दुनिया में सिर्फ एक ही चीन है और पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना सरकार ही पूरे चीन का प्रतिनिधित्व करने वाली इकलौती सरकार है। ताइवान चीनी का अभिन्ना हिस्सा है।'

ताइवान ने दिया करारा जवाब
ताइवान के नेशनल डे कवरेज को लेकर चीन की ओर से भारतीय मीडिया को चेतावनी भरी नसीहत का ताइपे ने करारा जवाब दिया है। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने भारत के लोकतंत्र और फ्री प्रेस का जिक्र करते हुए कहा कि कम्युनिस्ट चाइना को ताइवान के भारतीय दोस्त एक ही जवाब देंगे- दफा हो जाओ।

बुधवार को ताइवान के विदेश मंत्री जोसेफ वू ने विदेस मंत्रालय के आधिकारिक ट्विटर पेज पर लिखा, ''भारत पृथ्वी पर सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जहां जीवंत प्रेस और आजादी पंसद लोग हैं। लेकिन लगता है कि कम्युनिस्ट चीन इस पर सेंशर लगाना चाहता है। ताइवान के भारतीय दोस्तों का केवल एक जवाब होगा- दफा हो जाओ।'' इसके बाद उन्हें अपना इनिशियल लिखा है, ताकि यह स्पष्ट हो कि विदेश मंत्रालय की ओर से उनका बयान जारी किया गया है।
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भारतीय मीडिया ने नहीं दिया भाव
दूसरी तरफ भारतीय मीडिया की तरफ से भी चीन की इस नापाक कोशिश पर कड़ी प्रतिक्रिया वक्त की गई है। ट्विटर और फेसबुक पर कई बड़े पत्रकारों ने चीन की इस कोशिश की आलोचना की है और कहा है कि ड्रैगन अपने दखल को मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स तक सीमित रखे। हालांकि, सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, इसे किसी ने भाव नहीं दिया। ताइवान के विदेश मंत्री जोसफ वू ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘ताइवान के भारतीय दोस्तों का एक ही जवाब होगा, भाड़ में जाओ!’

चीन के दूतावास को क्यों लगी थी मिर्ची
दरअसल, ताइवान सरकार की ओर से दिल्ली के दो बड़े अखबरों में राष्ट्रीय दिवस से पहले फुल पेज का विज्ञापन जारी किया गया था। इस विज्ञापन में ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग वेन की एक तस्वीर दिखाई गई थी।ताइवान और भारत प्राकृतिक साझेदार हैं’ था। इसपर ही चीन भड़का हुआ है। चीन ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और चाहता है कि पूरी दुनिया उसे उसके ही हिस्से के तौर पर स्वीकार करे, हालांकि, ऐसा है नहीं। 


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Yaspal

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