नहीं बाज आया चीन, पड़ोसी देशों के साथ विवादों के बीच किया द. चीन सागर में युद्धाभ्यास

punjabkesari.in Monday, Sep 28, 2020 - 01:18 PM (IST)

बीजिंगः चीन की विस्तारवादी नीतियों और आक्रामक रवैये का दुनिया के कई देशों द्वारा विरोध किया जा रहा है। इसके बावजूद चीन अपनी उकसावे वाली कार्रवाईयों से बाज नहीं आ रहा है। अपने दक्षिणपूर्वी एशियाई पड़ोसी देशों तथा अमेरिका के साथ बढ़ते तनाव के बीच एक बार फिर चीन दक्षिण चीन सागर में सैन्य अभ्यास कर रहा है। समुद्री सुरक्षा प्रशासन ने रविवार से शुरू होकर सोमवार तक चलने वाले सैन्य अभ्यास के बारे में जानकारी दी और अभ्यास स्थल के इर्दगिर्द के समुद्री इलाकों को बंद करने की घोषणा की। चीन यहां नियमित तौर पर अभ्यास करता रहा है।

 

इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में चीन के जंगी विमान दक्षिण चीन सागर के उत्तरी हिस्से में ताईवान के हवाई क्षेत्र में दाखिल हुए थे। इससे पहले चीन की हेकड़ी का जवाब देते हुए अमेरिकी नौसेना ने विवादित दक्षिण चीन सागर में युद्धाभ्यास कर चीन को अपना दमखम दिखाया था। यह अभ्यास समुद्री क्षेत्र में फिलीपींस, वियतनाम जैसे पड़ोसी मुल्कों पर धौंस जमा रहे चीन को अमेरिका का जवाब माना जा रहा था। दरअसल चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी दावेदारी की पुष्टि के लिए एक काल्पनिक सीमा रेखा बना रखी है जिसे वह नाइन डैश लाइन की संज्ञा देता है। 

 

 चीन का कहना है कि शताब्दियों पहले यह क्षेत्र चीनी शासकों के अधीन था। चीन संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनाइटेड नेशंस कन्वेंशन ऑफ लॉ ऑफ सी को नहीं मानता है और इस मसौदे पर उसने हस्ताक्षर भी नहीं किए हैं। पिछले तीस वर्षों में नाइन डैश लाइन को लेकर चीन ने अपना रूख कड़ा किया है। 2013 से ही चीन ने स्प्रेटली और पारासेल द्वीपसमूहों में अपनी लैंड रेकलेमेशन की गतिविधियां तेज कर दी थीं। हालांकि  अमेरिका समेत कई देशों ने इसका विरोध किया लेकिन चीन की यह गतिविधियां बदस्तूर जारी रहीं और आज चीन ने इस क्षेत्र में हवाई पट्टी बना ली है और मिसाइलें भी तैनात कर दी हैं।  


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Tanuja

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