पैंगबर मामलाः सऊदी-बहरीन व अफगानिस्तान ने भी भाजपा नेता के विवादित बयान का किया विरोध

punjabkesari.in Tuesday, Jun 07, 2022 - 11:17 AM (IST)

दुबई: सऊदी अरब, बहरीन और अफगानिस्तान सोमवार को उन मुस्लिम देशों में शामिल हो गए, जिन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की एक नेता की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणी का विरोध किया और सभी धार्मिक आस्थाओं का सम्मान किए जाने की अहमियत पर ज़ोर दिया। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि इनसे पैगंबर मोहम्मद का अपमान हुआ है।

 

सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने ‘‘इस्लाम धर्म के प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रहों के प्रति अपनी अस्वीकृति'' को दोहराया। उसने ‘‘सभी धार्मिक शख्सियतों एवं प्रतीकों'' के खिलाफ पूर्वाग्रह को बढ़ावा देने वाली हर चीज को खारिज किया। पार्टी प्रवक्ता को निलंबित करने के भाजपा के कदम का स्वागत करते हुए मंत्रालय ने ‘‘आस्थाओं एवं धर्मों के लिए सम्मान के आह्वान के सऊदी अरब के रुख'' को दोहराया। इस बीच, दिल्ली में भाजपा ने पैगंबर मोहम्मद पर दिए गए विवादित बयानों के लिए अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को रविवार को पार्टी से निलंबित कर दिया।

 

वहीं, दिल्ली इकाई के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को पार्टी नेतृत्व ने भाजपा से निष्कासित करने का फैसला लिया। मुस्लिम समूहों के विरोध के बीच पार्टी ने एक बयान भी जारी किया था, जिसका मकसद अल्पसंख्यकों की चिंताओं को शांत करना और इन सदस्यों से किनारा करना था। बयान में कहा गया था कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है और किसी भी धार्मिक शख्सियत के अपमान की कड़ी निंदा करती है। वहीं, बहरीन के विदेश मंत्रालय ने पार्टी प्रवक्ता को निलंबित करने के भाजपा के फैसले का स्वागत करते हुए जोर दिया कि पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाली टिप्पणियों की निंदा करने की जरूरत है, क्योंकि यह मुसलमानों की भावनाओं और धार्मिक नफरत को भड़काती हैं।

 

मंत्रालय ने एक बयान में सभी धार्मिक आस्थाओं, प्रतीकों और शख्सियतों का सम्मान करने पर जोर दिया और कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संयम, सहिष्णुता और धर्मों एवं सभ्यताओं के बीच संवाद के लिए तथा उन कट्टरपंथी विचारों का मुकाबला करने के लिए ठोस कोशिश करनी चाहिए जो राजद्रोह और धार्मिक, सांप्रदायिक या नस्ली नफरत को भड़काते हैं। अफगानिस्तान की सबसे बड़ी स्वतंत्र समाचार एजेंसी ‘पझवोक न्यूज़' ने खबर दी है कि तालिबान के नेतृत्व वाली अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार ने पैंगबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की कड़ी निंदा की है।

 

सरकार के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर कहा, “ इस्लामी अमीरात ऑफ अफगानिस्तान, भारत में सत्तारूढ़ पार्टी की एक अधिकारी द्वारा इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने की कड़ी निंदा करता है।” उन्होंने कहा, “ हम भारत सरकार से गुजारिश करते हैं कि ऐसे कट्टरपंथियों को पवित्र धर्म इस्लाम का अपमान करने और मुसलमानों की भावनाओं को भड़काने की इजाजत न दे।” इससे पहले, कतर, ईरान और कुवैत ने पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा नेता की विवादित टिप्पणियों को लेकर रविवार को भारतीय राजदूतों को तलब किया था।

 

खाड़ी क्षेत्र के महत्वपूर्ण देशों ने इन टिप्पणियों की निंदा करते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी। पाकिस्तान ने सोमवार को बताया कि उसने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ विवादित टिप्पणियों के प्रति अपना विरोध दर्ज कराने के लिए भारतीय उच्चायोग के प्रभारी को तलब किया। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी रविवार को इस्लाम के पैगंबर के खिलाफ 'आहत करने वाली' टिप्पणी की निंदा की।  कूटनीतिक विवाद को शांत करने की कोशिश करते हुए कतर और कुवैत में भारतीय दूतावास के प्रवक्ताओं ने रविवार को कहा कि राजदूतों ने इस बात को व्यक्त किया है कि “ट्वीट किसी भी तरह से भारत सरकार के विचारों को नहीं दर्शाते हैं। ये ‘फ्रिंज' (हाशिए पर पड़े) तत्वों के विचार हैं।” विवादास्पद टिप्पणी के बाद अरब में भारतीय उत्पादों के बहिष्कार करने की अपील ट्विटर पर ट्रेंड हुई। 


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Content Writer

Tanuja

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