पाकिस्तान के पूर्व मंत्री कुरैशी जेल से छूटने के बाद फिर गिरफ्तार किए गए
punjabkesari.in Wednesday, May 24, 2023 - 09:46 AM (IST)
इस्लामाबाद, 23 मई (भाषा) पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री और इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के उपाध्यक्ष शाह महमूद कुरैशी को मंगलवार को एक शीर्ष अदालत के आदेश पर रावलपिंडी की जेल से रिहा करने के तुरंत बाद एक बार फिर गिरफ्तार कर लिया गया।
66 वर्षीय कुरैशी ने खान के शासन में 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया।
‘जियो टीवी’ के अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कुरैशी की रिहाई का आदेश दिया। कुरैशी ने हलफनामा दिया जिसमें आश्वस्त किया गया कि वह आंदोलन करने और कार्यकर्ताओं को उकसाने से दूर रहेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि रावलपिंडी की अदियाला जेल से रिहा होने के कुछ समय बाद पंजाब पुलिस ने पूर्व मंत्री को फिर से गिरफ्तार कर लिया।
नौ मई को खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार किए गए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के शीर्ष नेताओं में कुरैशी भी शामिल थे।
खान के समर्थकों ने लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस, फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की और संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठानों में आग भी लगा दी।
रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर भी पहली बार भीड़ ने हमला किया था।
कुरैशी की तरह खान की करीबी सहयोगी और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी को भी सोमवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।
मजारी ने मंगलवार को पार्टी छोड़ने और सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
66 वर्षीय कुरैशी ने खान के शासन में 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया।
‘जियो टीवी’ के अनुसार, इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मंगलवार को कुरैशी की रिहाई का आदेश दिया। कुरैशी ने हलफनामा दिया जिसमें आश्वस्त किया गया कि वह आंदोलन करने और कार्यकर्ताओं को उकसाने से दूर रहेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है, हालांकि रावलपिंडी की अदियाला जेल से रिहा होने के कुछ समय बाद पंजाब पुलिस ने पूर्व मंत्री को फिर से गिरफ्तार कर लिया।
नौ मई को खान की गिरफ्तारी के बाद हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद गिरफ्तार किए गए पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के शीर्ष नेताओं में कुरैशी भी शामिल थे।
खान के समर्थकों ने लाहौर कोर कमांडर हाउस, मियांवाली एयरबेस, फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित एक दर्जन सैन्य प्रतिष्ठानों में तोड़फोड़ की और संवेदनशील रक्षा प्रतिष्ठानों में आग भी लगा दी।
रावलपिंडी में सेना मुख्यालय (जीएचक्यू) पर भी पहली बार भीड़ ने हमला किया था।
कुरैशी की तरह खान की करीबी सहयोगी और पूर्व मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी को भी सोमवार को फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।
मजारी ने मंगलवार को पार्टी छोड़ने और सक्रिय राजनीति से संन्यास की घोषणा की।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Recommended News
Recommended News
Shukrawar Upay: कुंडली में शुक्र है कमजोर तो कर लें ये उपाय, कष्टों से मिलेगा छुटकारा
Bhalchandra Sankashti Chaturthi: आज मनाई जाएगी भालचंद्र संकष्टी चतुर्थी, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व
Rang Panchami: कब मनाया जाएगा रंग पंचमी का त्योहार, जानें शुभ मुहूर्त और पूजा विधि
मैड़ी मेले में आए अमृतसर के श्रद्धालु की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, पुलिस जांच में जुटी