अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद पहली सार्वजनिक फांसी
punjabkesari.in Wednesday, Dec 07, 2022 - 08:33 PM (IST)
इस्लामाबाद, सात दिसंबर (एपी) तालिबान के अधिकारियों ने एक व्यक्ति की हत्या के दोषी को बुधवार को फांसी दी। पिछले साल अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद सार्वजनिक रूप से फांसी देने का यह पहला मामला है। एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
यह घटना अगस्त 2021 में देश पर तालिबान के कब्जे के बाद, लागू की गयी कठोर नीतियां जारी रखने और इस्लामी कानून, या शरिया की अपनी व्याख्या पर कायम रहने के अफगानिस्तान के नए शासकों के इरादों को रेखांकित करती है।
तालिबान सरकार के शीर्ष प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद के अनुसार पश्चिमी फराह प्रांत में सैंकड़ों लोगों और राजधानी काबुल व प्रांत के कई शीर्ष तालिबान अधिकारियों के सामने दोषी को फांसी दी गई।
मुजाहिद ने कहा कि सजा देने का फैसला “बेहद सावधानी पूर्वक लिया गया।”
उन्होंने कहा कि इसके लिए देश की तीन शीर्ष अदालतों व तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हिब्तुल्ला अखुंदजादा की मंजूरी ली गई थी।
हेरात प्रांत के रहने वाले ताजमीर नामक जिस व्यक्ति को फांसी दी गई उसे पांच साल पहले एक व्यक्ति की हत्या करने और उसकी मोटरसाइकिल व फोन चुराने का दोषी पाया गया था।
एपी जोहेब रंजन रंजन रंजन 0712 2032 इस्लामाबाद
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
यह घटना अगस्त 2021 में देश पर तालिबान के कब्जे के बाद, लागू की गयी कठोर नीतियां जारी रखने और इस्लामी कानून, या शरिया की अपनी व्याख्या पर कायम रहने के अफगानिस्तान के नए शासकों के इरादों को रेखांकित करती है।
तालिबान सरकार के शीर्ष प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद के अनुसार पश्चिमी फराह प्रांत में सैंकड़ों लोगों और राजधानी काबुल व प्रांत के कई शीर्ष तालिबान अधिकारियों के सामने दोषी को फांसी दी गई।
मुजाहिद ने कहा कि सजा देने का फैसला “बेहद सावधानी पूर्वक लिया गया।”
उन्होंने कहा कि इसके लिए देश की तीन शीर्ष अदालतों व तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हिब्तुल्ला अखुंदजादा की मंजूरी ली गई थी।
हेरात प्रांत के रहने वाले ताजमीर नामक जिस व्यक्ति को फांसी दी गई उसे पांच साल पहले एक व्यक्ति की हत्या करने और उसकी मोटरसाइकिल व फोन चुराने का दोषी पाया गया था।
एपी जोहेब रंजन रंजन रंजन 0712 2032 इस्लामाबाद
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।