पाकिस्तान के भारत से तनावपूर्ण संबंध उसकी रक्षा नीति को प्रभावित करते रहेंगे: पेंटागन अधिकारी
punjabkesari.in Wednesday, May 18, 2022 - 11:23 AM (IST)
वाशिंगटन, 18 मई (भाषा) अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान के भारत के साथ तनावपूर्ण संबंध उसकी रक्षा नीति को प्रभावित करते रहेंगे।
अमेरिका की रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेंफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने कांग्रेस की एक बहस के दौरान सांसद की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों के समक्ष कहा कि फरवरी 2019 में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद से भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। हालांकि, फरवरी 2021 में दोनों देशों के संघर्ष विराम समझौते को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त करने के बाद से सीमा-पार से हिंसा में कमी आई है।’’ लेंफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने कहा, ‘‘ भारत और पाकिस्तान ने हालांकि तब से अभी तक दीर्घकालिक राजनयिक समाधान हासिल करने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाए हैं।’’ बोरियर ने समिति को यह भी बताया कि पाकिस्तान के एक नई परमाणु हथियार वितरण प्रणाली को विकसित करने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के परमाणु शस्त्रागार और पारंपरिक बल की ताकत को देखते हुए पाकिस्तान परमाणु हथियारों को अपने राष्ट्र की रक्षा करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानता है। पाकिस्तान के आगे भी अपनी परमाणु क्षमताओं को विकसित करते रहने और उसे उन्नत करने की संभावना है। वह 2022 में एक नई वितरण प्रणली भी ला सकता है। ’’ बोरियर ने यह भी कहा कि इमरान खान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पद से हटाया जाना राजनीतिक अस्थिरता के दौर को दर्शाता है, क्योंकि अगस्त 2023 से पहले पाकिस्तान में चुनाव होने की संभावना नहीं है।
खान को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिया गया था ।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अमेरिका की रक्षा खुफिया एजेंसी के निदेशक लेंफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने कांग्रेस की एक बहस के दौरान सांसद की सशस्त्र सेवा समिति के सदस्यों के समक्ष कहा कि फरवरी 2019 में केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले के बाद से भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के अगस्त 2019 में जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लेने के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ गया। हालांकि, फरवरी 2021 में दोनों देशों के संघर्ष विराम समझौते को लेकर प्रतिबद्धता व्यक्त करने के बाद से सीमा-पार से हिंसा में कमी आई है।’’ लेंफ्टिनेंट जनरल स्कॉट बेरियर ने कहा, ‘‘ भारत और पाकिस्तान ने हालांकि तब से अभी तक दीर्घकालिक राजनयिक समाधान हासिल करने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाए हैं।’’ बोरियर ने समिति को यह भी बताया कि पाकिस्तान के एक नई परमाणु हथियार वितरण प्रणाली को विकसित करने की संभावना है।
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत के परमाणु शस्त्रागार और पारंपरिक बल की ताकत को देखते हुए पाकिस्तान परमाणु हथियारों को अपने राष्ट्र की रक्षा करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण मानता है। पाकिस्तान के आगे भी अपनी परमाणु क्षमताओं को विकसित करते रहने और उसे उन्नत करने की संभावना है। वह 2022 में एक नई वितरण प्रणली भी ला सकता है। ’’ बोरियर ने यह भी कहा कि इमरान खान को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के पद से हटाया जाना राजनीतिक अस्थिरता के दौर को दर्शाता है, क्योंकि अगस्त 2023 से पहले पाकिस्तान में चुनाव होने की संभावना नहीं है।
खान को अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिया गया था ।
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