वाशिंगटन में यूनियन स्टेशन के बाहर नाजियों का प्रतीक चिह्न बनाए जाने का मामला सामने आया
punjabkesari.in Saturday, Jan 29, 2022 - 08:53 AM (IST)
वाशिंगटन, 29 जनवरी (एपी) अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन में स्थानीय ट्रेनों के स्टेशन ''यूनियन स्टेशन'' के बाहर दर्जनों की तादाद में नाजियों का प्रतीक चिह्न ''स्वास्तिक'' बनाए जाने का मामला सामने आया है।
अंतरराष्ट्रीय यहूदी नरसंहार स्मरण दिवस के एक दिन बाद शुक्रवार को यह मामला सामने आया। स्टेशन की विशाल इमारत के सामने के स्तंभों और स्वचालित सीढ़ियों के प्रवेश द्वार के चारों ओर ये चिह्न बने हुए दिखे हैं।
वाशिंगटन के मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने इमारत की सुरक्षा की देखरेख करने वाली एमट्रेक पुलिस से इस संबंध में पूछताछ की है।
''एसोसिएटिड प्रेस'' ने एमट्रेक पुलिस से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। हालांकि घटनास्थल पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि घटना की जांच जारी है।
''द ज्यूइश फेडरेशन ऑफ ग्रेटर वाशिंगटन'' ने इंस्टाग्राम पर एक बयान पोस्ट कर घटना की निंदा की है।
भारत समेत दुनिया की कई सभ्यताओं में स्वास्तिक को शुभ माना जाता है। जर्मनी के तानाशाह रहे अडोल्फ हिटलर ने 1920 में स्वास्तिक को अपनी नेशनल सोशलिस्ट पार्टी का चिह्न बनाया था। हिटलर की क्रूरता एवं नरसंहार के कारण स्वास्तिक को पश्चिम के देशों में नाजीवाद और यहूदी विरोधी चिह्न के तौर पर देखा जाने लगा।
एपी जोहेब सिम्मी सिम्मी 2901 0851 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय यहूदी नरसंहार स्मरण दिवस के एक दिन बाद शुक्रवार को यह मामला सामने आया। स्टेशन की विशाल इमारत के सामने के स्तंभों और स्वचालित सीढ़ियों के प्रवेश द्वार के चारों ओर ये चिह्न बने हुए दिखे हैं।
वाशिंगटन के मेट्रोपॉलिटन पुलिस विभाग ने इमारत की सुरक्षा की देखरेख करने वाली एमट्रेक पुलिस से इस संबंध में पूछताछ की है।
''एसोसिएटिड प्रेस'' ने एमट्रेक पुलिस से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं हो पाई। हालांकि घटनास्थल पर तैनात सिक्योरिटी गार्ड ने नाम सार्वजनिक नहीं करने की शर्त पर बताया कि घटना की जांच जारी है।
''द ज्यूइश फेडरेशन ऑफ ग्रेटर वाशिंगटन'' ने इंस्टाग्राम पर एक बयान पोस्ट कर घटना की निंदा की है।
भारत समेत दुनिया की कई सभ्यताओं में स्वास्तिक को शुभ माना जाता है। जर्मनी के तानाशाह रहे अडोल्फ हिटलर ने 1920 में स्वास्तिक को अपनी नेशनल सोशलिस्ट पार्टी का चिह्न बनाया था। हिटलर की क्रूरता एवं नरसंहार के कारण स्वास्तिक को पश्चिम के देशों में नाजीवाद और यहूदी विरोधी चिह्न के तौर पर देखा जाने लगा।
एपी जोहेब सिम्मी सिम्मी 2901 0851 वाशिंगटन
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