अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत खलीलजाद ने दिया इस्तीफा, थॉमस वेस्ट लेंगे उनकी जगह
punjabkesari.in Tuesday, Oct 19, 2021 - 10:38 AM (IST)
वाशिंगटन, 19 अक्टूबर (भाषा) अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने बताया कि अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत जलमय खलीलजाद ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है और अब उनकी जगह राजनयिक थॉमस वेस्ट लेंगे।
अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता में खलीलजाद की अहम भूमिका रही है।
ब्लिंकन ने कहा, ‘‘ जलमय खलीलजाद ने अफगानिस्तान के लिए विशेष दूत के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं दशकों तक अमेरिकी लोगों की सेवा करने के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने बताया कि थॉमस वेस्ट अब अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत होंगे।
वेस्ट पहले, उप राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का हिस्सा रह चुके हैं। अब वह, राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सचिव तथा सहायक सचिव को सलाह देंगे और अमेरिका के साथ निकटता से समन्वय करेंगे।
‘पोलिटिको’ के अनुसार, खलीलजाद ने अपने इस्तीफे में लिखा, ‘‘ अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच राजनीतिक व्यवस्था उस प्रकार से नहीं बनी जैसे कि सोचा गया था।
इसके कारण बहुत जटिल हैं और मैं आने वाले दिनों या हफ्तों में इस पर अपने विचार साझा करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इससे आगे अब मैं न सिर्फ इसपर चर्चा करूंगा की क्या हुआ बल्कि आगे क्या किया जाना चाहिए।’’
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
अमेरिका और तालिबान के बीच शांति वार्ता में खलीलजाद की अहम भूमिका रही है।
ब्लिंकन ने कहा, ‘‘ जलमय खलीलजाद ने अफगानिस्तान के लिए विशेष दूत के पद से इस्तीफा दे दिया है। मैं दशकों तक अमेरिकी लोगों की सेवा करने के लिए उनका आभार व्यक्त करता हूं।’’ उन्होंने बताया कि थॉमस वेस्ट अब अफगानिस्तान के लिए अमेरिका के विशेष दूत होंगे।
वेस्ट पहले, उप राष्ट्रपति की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का हिस्सा रह चुके हैं। अब वह, राजनयिक प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, दक्षिण एवं मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सचिव तथा सहायक सचिव को सलाह देंगे और अमेरिका के साथ निकटता से समन्वय करेंगे।
‘पोलिटिको’ के अनुसार, खलीलजाद ने अपने इस्तीफे में लिखा, ‘‘ अफगानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच राजनीतिक व्यवस्था उस प्रकार से नहीं बनी जैसे कि सोचा गया था।
इसके कारण बहुत जटिल हैं और मैं आने वाले दिनों या हफ्तों में इस पर अपने विचार साझा करूंगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इससे आगे अब मैं न सिर्फ इसपर चर्चा करूंगा की क्या हुआ बल्कि आगे क्या किया जाना चाहिए।’’
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