अमेरिकी नियामकों ने इबोला के पहले उपचार को मंजूरी दी
punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 10:03 AM (IST)
वाशिंगटन, 15 अक्टूबर (एपी) अमेरिकी नियामकों ने इबोला के उपचार के लिए दवा को बुधवार को मंजूरी दे दी। इस रोग के उपचार के लिए यह पहली दवा होगी।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने रेजेनेरॉन फार्मास्युटिकल्स द्वारा बच्चों और वयस्कों के उपचार के लिए विकसित इस दवा को मंजूरी है।
कांगो में इबोला ने कहर बरपाया था जिसमें करीब 2,300 लोगों की मौत हो गई थी। तब इस दवा का परीक्षण किया गया था। जून में इस रोग का प्रभाव खत्म हो गया था।
अन्य तीन उपचारों के मुकाबले इनमेजेब नाम की दवा से मरीजों के बचने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है।
रेजेनेरॉन का उपचार तीन एंटीबायोटिक का मिश्रण है जो इबोला वायरस को खत्म कर देता है।
उष्णकटिबंध क्षेत्रों और विकासशील देशों में पाए जाने वाले रोगों के लिए उपचार विकसित करने वाले दवा निर्माताओं के लिए अमेरिका की मंजूरी पहले लेना आम बात है।
एफडीए की मंजूरी मिलने से अब रेजेनेरॉन के लिए अफ्रीकी देशों में रोग का प्रकोप होने पर दवा के आपात इस्तेमाल की मंजूरी प्राप्त करना आसान होगा।
एपी
मानसी शोभना शोभना 1510 1005 वाशिंगटन
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) ने रेजेनेरॉन फार्मास्युटिकल्स द्वारा बच्चों और वयस्कों के उपचार के लिए विकसित इस दवा को मंजूरी है।
कांगो में इबोला ने कहर बरपाया था जिसमें करीब 2,300 लोगों की मौत हो गई थी। तब इस दवा का परीक्षण किया गया था। जून में इस रोग का प्रभाव खत्म हो गया था।
अन्य तीन उपचारों के मुकाबले इनमेजेब नाम की दवा से मरीजों के बचने की संभावना काफी अधिक बढ़ जाती है।
रेजेनेरॉन का उपचार तीन एंटीबायोटिक का मिश्रण है जो इबोला वायरस को खत्म कर देता है।
उष्णकटिबंध क्षेत्रों और विकासशील देशों में पाए जाने वाले रोगों के लिए उपचार विकसित करने वाले दवा निर्माताओं के लिए अमेरिका की मंजूरी पहले लेना आम बात है।
एफडीए की मंजूरी मिलने से अब रेजेनेरॉन के लिए अफ्रीकी देशों में रोग का प्रकोप होने पर दवा के आपात इस्तेमाल की मंजूरी प्राप्त करना आसान होगा।
एपी
मानसी शोभना शोभना 1510 1005 वाशिंगटन
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