भारत की ‘नाविक’ उपग्रह नौवहन प्रणाली के साथ डेटा का आदान-प्रदान करेगा अमेरिका

punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2019 - 02:00 PM (IST)

वाशिंगटन, 11 दिसंबर (भाषा) अमेरिकी संसद ने भारत के ‘नाविक’ उपग्रह को ‘‘सहयेागी’’ नौवहन उपग्रह प्रणाली के तौर पर मान्यता देने को सहमति दे दी है जिससे अमेरिकी उपग्रह नौवहन प्रणाली इस उपग्रह के साथ सहयोग करेगी या डेटा का आदान-प्रदान करेगी।

अमेरिका ने यूरोपीय संघ की गैलिलियो और जापान के क्यूजेडएसएस को भी ‘‘सहयोगी’’ नौवहन उपग्रह प्रणाली के तौर पर मान्यता दे रखी है।

राष्ट्रीय रक्षा प्राधिकरण कानून (एनडीएए), 2020 की कांफ्रेंस रिपोर्ट के तौर पर उसने रूस की जीएलओएनएएसएस और चीन की बिदोउ को ‘‘गैर सहयोगी प्रणाली’’ घोषित किया है। इसका मतलब है कि अमेरिकी उपग्रह नौवहन प्रणाली इन दो उपग्रह नौवहन प्रणालियों के साथ सहयोगी नहीं करेगी या डेटा का आदान-प्रदान नहीं करेगी।

स्वदेश निर्मित ‘नाविक’ एक स्वायत्त क्षेत्रीय उपग्रह नौवहन प्रणाली है जो सटीक रियल टाइम पॉजिशनिंग तथा टाइमिंग सेवाएं मुहैया कराती है।



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PTI News Agency

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