चीन की तियानमेन घटना की याद में जुलूस पर प्रतिबंध, पुलिस ने हांगकांग में गश्त बढ़ाई

punjabkesari.in Sunday, Jun 05, 2022 - 11:37 AM (IST)

हांगकांगः चीन के  तियानमेन चौक पर चीनी सेना की दमनकारी कार्रवाई की याद में जुलूस निकालने पर प्रशासन द्वारा लगातार तीसरे साल प्रतिबंध लगाए जाने के बीच पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को हांगकांग के विक्टोरिया पार्क में गश्त की। बीजिंग के तियानमेन चौक पर चार जून 1989 को चीनी सेना की कार्रवाई में मारे गए लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की याद में विक्टोरिया पार्क में हर साल जुलूस निकाला जाता था। इस जुलूस के आयोजक ‘हांगकांग एलायंस इन सपोर्ट ऑफ पैट्रिऑटिक डेमोक्रेटिक मूवमेंट्स ऑफ चाइना' के कई नेताओं को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के उल्लंघन के संदेह में गिरफ्तार कर लिया गया है।

 

हांगकांग और मकाऊ ही दो ऐसे स्थान थे जहां तियानमेन की घटना की याद में दशकों तक शोकसभा करने की अनुमति रही। तियानमेन चौक पर 1989 में चीनी सेना की दमनकारी कार्रवाई में सैकड़ों लोग मारे गए थे जिसकी दुनियाभर में आज भी निंदा की जाती है। जुलूस निकालने पर पिछले तीन साल से प्रतिबंध लगाया जाता रहा है और इसके लिए प्राधिकारों ने कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार के खतरे का हवाला दिया है। सरकार ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर कहा था कि विक्टोरिया पार्क आंशिक रूप से बंद रहेगा, क्योंकि इसका इस्तेमाल ‘‘अवैध गतिविधियों'' के लिए किया जा सकता है।

 

बयान में कहा गया कि इस कदम का मकसद पार्क में ‘‘किसी भी अनधिकृत सभा को रोकना'' और कोविड-19 फैलने की आशंका को कम करना है। इससे पहले एक पुलिस अधीक्षक ने चेतावनी दी थी कि जो व्यक्ति समूह में एक ही स्थान पर, एक ही समय और साझा उद्देश्य के साथ निश्चित विचारों को व्यक्त करने के लिए एकत्रित होंगे, उन्हें अनधिकृत सभा का हिस्सा मानकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। हांगकांग के निवासी डोनाल्ड टाम ने कहा, ‘‘मैं निराश हूं, क्योंकि कहीं भी शोकसभा की अनुमति नहीं दी गई। प्रशासन पूरी चौकसी बरत रहा है।'' चीन के अलावा अन्य देशों में तियानमेन घटना की याद में कार्यक्रम आयोजित किए गए।

 

अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि चीन और हांगकांग के अधिकारी स्मृति कार्यक्रमों पर रोक लगाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनकी सरकार हांगकांग, शिनजियांग क्षेत्र, तिब्बत समेत चीन के अन्य हिस्सों में मानवाधिकारों के उल्लंघन पर आवाज उठाती रहेगी। ताइवान के विदेश मंत्रालय ने फेसबुक पर लिखा कि, ‘‘बरसी निकट आते ही कोई कुछ बोल नहीं सकता, कोई कुछ कह नहीं सकता, लिखने की आजादी खत्म कर दी जाती है और इंटरनेट पर पहरा रहता है।''

 

ताइवान के कार्यकर्ता ली मिंग चे ने कहा कि चार जून की घटना की याद में ताइवान में कई जगहों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में लोकतंत्र समर्थक 50 कार्यकर्ताओं ने चीनी वाणिज्य दूतावास के सामने मोमबत्ती जुलूस का आयोजन किया। भारत के धर्मशाला में भी कार्यकर्ताओं ने तियानमेन की घटना की याद में नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया। 


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Content Writer

Tanuja

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