‘‘ आजादी मार्च'''' में रावलपिंडी पहुंचे इमरान का बड़ा ऐलान- ''PTI के सदस्य की सभी असेंबली से इस्तीफा देंगे
punjabkesari.in Sunday, Nov 27, 2022 - 12:39 PM (IST)
रावलपिंडीः खुद पर हुए जानलेवा हमले के बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को पहली बार एक विशाल रैली को संबोधित करने के लिए रावलपिंडी पहुंचे। खान के साथ चिकित्सकों का एक दल भी है। इमरान खान पर गत 3 नवंबर को जानलेवा हमला हुआ था और उन्हें गोली लगी थी। इमरान खान शनिवार को एक विशाल रैली को संबोधित करने हेलीकॉप्टर से रावलपिंडी पहुंचे । रैली को संबोधित करते हुए इमरान ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि उनकी पार्टी के सभी सदस्य देश की सभी असेंबली से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने जमकर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा।
उन्होंने खुद पर हुए हमले को लेकर तीन लोगों जिम्मेदार बताया और कहा कि वो लोग फिर से मुझ पर हमला करने की फिराक में हैं। इमरान ने कहा कि मैं मौत से डरता नहीं, वो तभी आती है जब अल्लाह चाहता है।उन्होंने कहा कि वह अब इस सिस्टम का हिस्सा नहीं रहेंगे। हमारी पार्टी PTI सभी असेंबली से इस्तीफा देगी। इसके लिए हम अपने सभी मुख्यमंत्रियों और संसदीय दल संग बैठक करेंगे। दरअसल, इमरान खान की पीटीआई पंजाब, खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान अक्यूपाइड कश्मीर (पीओके) और गिलगित-बाल्टिस्तान में सत्ता में है।
खान कहा है कि नए आम चुनाव की मांग को लेकर उनकी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (पीटीआई) का यह प्रदर्शन ‘‘पूरी तरह शांतिपूर्ण'' होगा। खान यहां बरानी विश्वविद्यालय के हेलीपैड पर उतरे, जहां से वह रैली स्थल की ओर रवाना हुए। इस बीच, रावलपिंडी पुलिस ने खान की पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को पत्र लिखकर पूर्व प्रधानमंत्री के लिए ‘वीआईपी' सुरक्षा के प्रावधान के निर्देशों का कार्यान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। पत्र के मुताबिक, खान को ‘बुलेटप्रूफ जैकेट' पहनने की भी सलाह देने के साथ ही रैली स्थल के रास्ते में वाहन से बाहर नहीं निकलने पर जोर दिया गया है। खान बुलेटप्रुफ वाहन में लाहौर के अपने जमान पार्क आवास से दोपहर एक बजे रवाना हुए।
रावलपिंडी प्रशासन ने यह भी अधिसूचना जारी की है कि इंग्लैंड क्रिक्रेट टीम शीघ्र ही रावलपिंडी पहुंचेगी, इसलिए उस जगह को रैली समाप्त हो जाने के बाद खाली कर दिया जाए। खान (70) ने शुक्रवार को कहा था कि घायल होने के बावजूद वह देश की खातिर रावलपिंडी जाने के लिए अडिग हैं। उन्होंने अपने संदेश में कहा था कि वह देश की असली आजादी के लिए लड़ रहे हैं तथा नये चुनाव की घोषणा होने तक संघर्ष जारी रहेगा।
उन्होंने कहा था, ‘‘हम हकीकी आजादी के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। एक सूत्री एजेंडा चुनाव है।'' उन्होंने अलग से एक चैनल से कहा कि यदि मध्यावधि चुनाव की घोषणा नहीं की जाती है और सरकार अगले अक्टूबर में आम चुनाव कराने के अपने रुख पर अडिग रहती है तो जनसमुदाय बलपूर्वक वर्तमान शासकों को उखाड़ फेंकेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हकीकी आजादी आंदोलन आज 26 नवंबर को खत्म नहीं होगा, बल्कि इंसाफ होने तक जारी रहेगा।