PDM रैली को लेकर इमरान सरकार और विपक्ष आमने-सामने, ताले तोड़कर कार्यक्रम स्थल में घुसे कार्यकर्ता

punjabkesari.in Sunday, Nov 29, 2020 - 12:31 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान में 11 विपक्षी दलों के गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (PDP) की 30 नवंबर को मुल्तान में होने वाली रैली इमरान सरकार और विपक्षी दल आमने-सामने हैं । लगातार विपक्षी रैलियों की सफलता से बौखलाए इमरान खान ने कहा है कि किसी भी सूरत में 30 नवंबर की रैली नहीं होने देंगे। इधर विपक्षी दल भी अड़ गए हैं। विपक्षी नेता मरयम नवाज ने कहा है कि वह अपनी दादी के हाल ही में निधन के बाद भी मुल्तान रैली में भाग लेंगी। लेकिन रैली से पहले ही मुल्तान में विपक्षी कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी शुरू हो गई है।

 

PPP नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि रैली हर हाल में होगी। शनिवार को मुल्तान में पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट ने सार्वजनिक सभा की जिसमें विभिन्न विपक्षी दलों के बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने इमरान सरकार की सभी बाधाओं के बावजूद भाग लिया। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) सहित पीडीएम घटक दलों के नेताओं के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने छह स्टेडियम में से तीन के ताले तोड़कर कार्यक्रम स्थल में प्रवेश किया।

 

पूर्व प्रधानमंत्री यूसुफ रजा गिलानी के बेटे सैयद अली मूसा गिलानी ने ट्विटर पर कार्यक्रम स्थल पर पार्टी का प्रतीक पकड़े हुए एक तस्वीर साझा की। उन्होंने कहा, 'हमने स्टेडियम को अपने नियंत्रण में ले लिया है। स्टेज सेट किया जा रहा है। मुल्तान सभी मेहमानों का स्वागत करेगा । पूर्व PM के एक और बेटे कासिम गिलानी ने ट्वीट किया: “@MediaCellPPP और PDM के कार्यकर्ताओं ने किला कोहना कासिम बैग स्टेडियम में एक स्वागत शिविर लगाया है। PDM  प्रांतीय नेतृत्व शीघ्र ही यहां पहुंचने वाला है। ”

 

दादी के निधन के बावजूद मरयम लेंगी मुल्तान रैली में हिस्सा
उधर, विपक्षी नेता मरयम नवाज ने कहा है कि वह अपनी दादी के हाल ही में निधन के बाद भी मुल्तान रैली में भाग लेंगी। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की उपाध्यक्ष मरयम नवाज ने कहा है कि उनके पिता और पार्टी के प्रमुख नवाज शरीफ के निर्देश पर वह मुल्तान रैली में भाग लेंगी। मरयम ने अपनी दादी की अंतिम क्रिया के छह दिन बाद उनके दो भाइयों शहबाज शरीफ और हमजा को जेल से रिहा करने पर इमरान सरकार की निंदा की है।


बता दें कि गुरुवार को जहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि देश में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है ऐसी स्थिति में विपक्ष को किसी भी हाल में रैली की इजाजत नहीं दी जा सकती है। प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा है कि रैली में भाग लेने वालों को जेल भेजा जाएगा। वहीं शहर प्रशासन ने कोरोनो वायरस का हवाला देते हुए विपक्षी गठबंधन द्वारा नियोजित एक सार्वजनिक सभा के लिए अनुमति देने से इनकार कर दिया था । ज्ञात हो कि पाकिस्तान में पीडीपी लगातार इमरान सरकार के खिलाफ रैली कर रहा है। अब तक उसकी गुजरांवाला, कराची, क्वेटा और पेशावर में रैली हो चुकी है। दो रैलियां 30 नवंबर को मुल्तान और 13 दिसंबर को लाहौर में प्रस्तावित है।


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Tanuja

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