पाकिस्तान में 12 साल की बच्ची का अपहरण व रेप के बाद जबरन शादी, पशुओं के साथ बेड़ियों में बांधकर रखा
punjabkesari.in Wednesday, Jan 20, 2021 - 01:59 PM (IST)
पेशावरः पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदायों पर अत्याचारों का क्रम लगातार जारी है । भारत के खिलाफ पूरी दुनिया में मानवाधिकारों की दुहाई देने वाली इमरान सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे बैठी है। यही वजह है कि पाक में हिंदू व अन्य अल्पसंख्यक समुदाय की नाबालिग बच्चियों व लड़कियों का जबरन धर्मांतरण व निकाह कराने की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसा ही एक 12 साल की एक ईसाई बच्ची के अपहरण का व रेप के बाद निकाह का शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। लेकिन पीड़ित ईसाई बच्ची को अनगिनत यातनाओं से गुजरने के बाद आखिर बचा लिया गया । इस मासूम का अपहरण कर रेप किया गया और फिर एक शख्स से जबरन शादी करा दी गई जिसने उसे बेड़ियों में जकड़कर रखा था।
इस बच्ची को 45 साल मुस्लिम शख्स के घर में बंदी बनाकर रखा गया था जहां सारा दिन उससे जानवरों का गोबर उठवाया जाता था। पुलिस ने जब पिछले महीने इस बच्ची को फैसलाबाद में बचाया तो उसकी एड़ियों पर बेड़ियों से हुए घाव दिखाई दिए। बच्ची के परिवार ने पुलिस में कई शिकायतें कीं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्ची के पिता ने बताया कि उसे गुलाम की तरह रखा गया। उसे सारा दिन काम करने के लिए मजबूर किया गया, जानवरों की गंदगी साफ कराई गई। 24 घंटे बेड़ियों में बांधकर रखा गया। परिवार ने आरोप लगाया है कि बच्ची को पिछले साल जून में अगवा किया गया था और कई बार उसका रेप किया जा चुका है। बावजूद इसके सितंबर तक आधिकारिक रिपोर्ट नहीं दर्ज की गई थी।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उन पर नस्लभेदी टिप्पणी की और ईशनिंदा का केस दर्ज करने का आरोप लगाया। यहां तक कि फर्जी मेडिकल रिपोर्ट में बच्ची की उम्र 16-17 साल दिखाने की कोशिश की गई जबकि उसकी बर्थ सर्टिफिकेट में उम्र 12 साल है। ईसाई चैरिटी संगठनों ने दावा किया है कि ऐसी कई लड़कियों का अपहरण किया जाता है और जबरदस्ती शादी करा दी जाती है। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि हर साल हजारों ईसाई और हिंदू लड़कियों का अपहरण किया जाता है और इस्लाम कबूल करने के लिए मजबूर किया जाता है।