इमरान ने आतंकवाद समर्थक मसूद खान को US में एम्बेसडर किया नियुक्त, दोनों देशों में बढ़ेगा तनाव
punjabkesari.in Wednesday, Nov 17, 2021 - 11:08 AM (IST)
इस्लामाबादः मंहगाई, बेरोजगारी व मंदहाली के मुद्दों को लेकर हाशिए पर खड़ी पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने एक और डिप्लोमैटिक उठा कर अपने लिए नई मुसीबत को न्यौता दे दिया है। पाकिस्तान ने आंतकवाद समर्थक मसूद खान को अमेरिका में अपना नया एम्बेसडर नियुक्त कर दिया है। मसूद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) के राष्ट्रपति रह चुके हैं। इसके अलावा वह अल कायदा और कश्मीरी आतंकी बुरहान वानी का समर्थन करते रहे हैं। इमरान के इस कदम से अमेरिका से उसके रिश्ते और खराब हो सकते हैं।
मसूद के ओसामा बिन लादेन के एक खास सहयोगी से करीबी रिश्ते रहे हैं। माना जा रहा है कि अमेरिका इस मुद्दे पर पाकिस्तान को फटकार लगा सकता है। दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर नए सिरे से तनाव पैदा हो सकता है। मसूद खान के बारे में अमेरिकी मैगजीन ‘नेशनल रिव्यू’ ने कई खुलासे किए हैं। इसकी रिपोर्ट के मुताबिक मसूद खान के अपॉइंटमेंट से पाकिस्तान की इमेज और खराब होगी। अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में नया तनाव पैदा हो सकता है। आतंकवाद के समर्थक और मददगार के तौर पर मसूद का इतिहास अमेरिका भी जानता है। वो इमरान सरकार से जवाब जरूर मांगेगा। वो अमेरिका के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। उनके खिलाफ दुनिया और मीडिया के पास कई ठोस सबूत मौजूद हैं।
बुरहान वानी को कश्मीर में आतंकवाद का पोस्टर बॉय बताया गया था। 2016 में भारतीय सेना ने उसे मार गिराया था। उसकी बरसी पर मसूद ने संदेश जारी किया था। वानी को शहीद बताते हुए कहा था कि वो कश्मीरियों के दिल में रहता है। मसूद ने खुलेआम हिज्बुल मुजाहिदीन का समर्थन किया था। 2019 में मसूद खान ऑल पार्टीज कश्मीर सॉलडैरिटी कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। इसमें हरकत-उल-मुजाहिदीन (HuM) का फाउंडर फजल-उर-रहमान खलील भी मौजूद था। ये वही खलील है जिसे अमेरिका के स्टेट डिपार्टमेंट ने 1997 में ही आतंकी संगठन घोषित कर दिया था।