पाकिस्तानी स्टेट बैंक ने घटते विदेशी मुद्रा भंडार पर सरकार को किया आगाह

punjabkesari.in Sunday, Jul 10, 2022 - 04:14 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान में  बिगड़े आर्थिक हालात के चलते आवश्यक सामानों की कीमतें आसमान छू रही हैं। महंगाई से जनता बेहाल है और विदेशी मुद्रा भंडार का भी बुरा हाल है। विदेशी मुद्रा के गिरते भंडार और उसके कारण निर्यात पर पड़ रहे नकारात्मक प्रभाव को लेकर देश के केंद्रीय बैंक स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान ने गंभीर चिंता जताई है और इस संबंध में शहबाज शरीफ सरकार से तत्काल ध्यान देने को कहा है। 

 

पाकिस्तान की दिन प्रतिदिन बिगड़ती आर्थिक स्थिति का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बीते 11 महीने में इस देश के कर्ज में 15 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि हुई है। डान अखबार ने स्टेट बैंक आफ पाकिस्तान के हवाले से बताया कि संघीय सरकार पर जून 2021 में कुल कर्ज 38.70 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये था, जो इस वर्ष मई में बढ़कर 44.63 लाख करोड़ हो गया।

 

बैंक ने सरकार को चेताया है कि यदि गिरते विदेशी मुद्रा भंडार को नहीं रोका गया तो इससे दूसरे देशों से सामान मंगाना और मुश्किल हो जाएगा। स्थानीय मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, स्टेट बैंक की यह चेतावनी विदेशी मुद्रा भंडार में भारी गिरावट के बीच आई है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार 17 जून को गिरकर 8.24 बिलियन अमेरिकी डालर हो गया।

 

देश पर कर्ज के दबाव के कारण घटते विदेशी मुद्रा भंडार का यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान पाकिस्तान में कुल पेट्रोलियम आयात 9.7 बिलियन अमेरिकी डालर था। पाकिस्तान रुपये की कीमत निरंतर घट रही है और छह जून को जो डालर के मुकाबले 199 रुपये थी, वह छह जुलाई, 2022 को 207 रुपये तक पहुंच गई है।

 

रिपोर्ट के अनुसार सरकार का घरेलू कर्ज और देनदारी जून 2021 में 26.968 लाख करोड़ रुपये थी, जो मई में बढ़कर 29.850 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गई। घरेलू कर्ज अर्थव्यवस्था के विकास की राह में बड़ा बाधक बन गया है। हर साल बढ़ रहे घरेलू कर्ज के आकार का सीधा असर सालाना बजट पर पड़ रहा है। नतीजन विकास संबंधी योजनाओं के बजट में कटौती करनी पड़ रही है।


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Content Writer

Tanuja

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