ड्रैगन पर भड़के ब्रिटेन के 130 सांसद, चीनी राजदूत को पत्र लिखकर लगाई फटकार

punjabkesari.in Thursday, Sep 10, 2020 - 10:22 AM (IST)

लंदनः ब्रिटेन के 130 से अधिक सांसदों ने ब्रिटेन में चीन के राजदूत को पत्र लिखकर उइगरों पर चीन में किए जा रहे अत्याचारों को लेकर जमकर खिंचाई की है।लेबर सांसद सियोभिन मैकडोनघ द्वारा लिखे व 130 से अधिक सांसदों द्वारा हस्ताक्षरित चीन के राजदूत लियू शियाओमिंग को भेजे पत्र में कहा गया कि  चीन के सुदूर शिनजियांग क्षेत्र में ‘उइगर लोगों के खिलाफ सुनियोजित जातीय सफाया कार्यक्रम’ चलाया जा रहा है जो निंदनीय है।

 

एक ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के उत्तर-पश्चिम प्रांत शिनजियांग के तुरपान शहर में 15 और यातना शिविरों का पता चला है, जहां उइगर मुस्लिमों को कैद करके रखा गया है। 100 से अधिक ब्रिटिश सासंदों ने चीनी राजदूत को पत्र लिखकर कहा है कि  ‘जब दुनिया के सामने गंभीर मानवाधिकार उल्लंघनों के ऐसे ढेरों प्रमाण सामने आते हैं तो कोई अपनी आंखें नहीं फेर सकता है। ब्रिटेन में बतौर सांसद हम इस उत्पीड़न की पूर्ण निंदा करने और उस पर तत्काल रोक लगाने के लिए पत्र लिख रहे हैं।’ इस पत्र में शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों की जबरन नसबंदी करने एवं बड़े पैमाने पर उन्हें हिरासत में रखने की खबरों का उल्लेख है। उसमें उस वीडियो का भी जिक्र है जिसमें आंखों पर पट्टी बंधे एवं सिर मुंडवाए लोग बड़ी संख्या में ट्रेनों में बिठाये जाने का इंतजार करते हुए नजर आ रहे हैं।


  
सांसदों ने कहा कि इस वीडियो से नाजी यातना केंद्रों की रोंगटे खड़े कर देने वाली यादें ताजा हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि यह वीडियो चीनी राजदूत लिऊ शियोमिंग को एक इंटरव्यू के दौरान दिखाया गया था। हालांकि चीनी अधिकारी शिनजियांग में नरसंहार, करीब 10 लाख उइगर मुसलमानों की जबरन नसबंदी और उन्हें हिरासत में लेने के आरोपों को चीन विरोधी ताकतों का झूठ बताकर बार-बार खारिज करते रहे हैं। बता दें कि उइगरों के लिए समर्पित संस्था ईस्ट तुर्किस्तान नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट (ईटीएनएएम) ने इस बार तुरपान क्षेत्र के 130 किलोमीटर के दायरे में 10 यातना शिविरों और 5 कारागारों की सटीक जानकारी दी है। हालांकि चीन ऐसे किसी भी शिविर या कारागार से इनकार करता रहा है।

 

उन्होंने लिखा कि "चीनी सरकार अब बताने का वक्त आ गया है कि वे किस तरह मानवाधिकारों का हनन की कार्रवाईयों में लिप्त है। हाउस ऑफ कॉमन्स और हाउस ऑफ लॉर्ड्स के क्रॉस-पार्टी सदस्यों के इस समूह जिसमें लिबरल डेमोक्रेट नेता सर एड डेवी और पूर्व टोरी नेता सर इयान डू भी शामिल हैं, ने मंगलवार को भेजे   पत्र में लिखा है, "चीन सरकार गणना कार्यक्रम के बहाने उइगर लोगों के खिलाफ जातीय भेदभाव कर रही है। उन्होंने कहा कि चीन के मानव अधिकार के हनन के कई ऐसे कई सबूत हैं जिनसे दुनिया नहीं आंख नहीं मूंद नहीं सकती है।"

 

 


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Tanuja

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