पाकिस्तान में इमरान खान की पार्टी के 100 से अधिक कार्यकर्ता गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, May 24, 2022 - 11:47 AM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के 100 से अधिक कार्यकर्ताओं को, जल्दी चुनाव कराने की मांग को लेकर संघीय राजधानी इस्लामाबाद तक एक नियोजित प्रदर्शन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बाद में पुष्टि की कि गिरफ्तारी सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (PML-N) सत्तारूढ़ गठबंधन के कहने पर की गई थी। सोमवार देर रात पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई शुरू की गई थी। पीटीआई प्रमुख खान ने सरकार से फेडरल एसेंबली को भंग करने और चुनाव कराने की मांग की है।

 

इन मांगों पर जोर देने के लिए  PTI  का विरोध प्रदर्शन तेज हो रहा है। आंदोलनकारियों को 25 मई को इस्लामाबाद में एकत्रित होना है। PTI की पंजाब इकाई की सूचना सचिव मुसरत चीमा ने कहा ''पुलिस ने अब तक पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से एक महिला विधायक रशीदा खानम सहित 100 से अधिक PTI  कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है ताकि उन्हें 'आजादी मार्च' में भाग लेने के लिए इस्लामाबाद पहुंचने से रोका जा सके।'' उन्होंने कहा कि पीटीआई के अधिकतर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को लाहौर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए पार्टी के कई प्रांतीय नेता भूमिगत हो गए।

 

उन्होंने PTI  कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद पहुंचने से रोकने के लिए की गई गिरफ्तारी को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की 'फासीवादी रणनीति' करार दिया। पीटीआई नेता और पंजाब प्रांत के पूर्व मंत्री राजा बशारत ने कहा कि पुलिस ने पीटीआई से संबंधित पंजाब सरकार के लगभग हर पूर्व मंत्री और सलाहकार के घर छापा मारा। उन्होंने बताया लाहौर से 80 किलोमीटर दूर गुजरांवाला में एक पुलिस दल के साथ झड़प के दौरान पार्टी का एक कार्यकर्ता घायल हो गया। बशारत ने चेतावनी दी कि सरकार पीटीआई कार्यकर्ताओं को शरीफ परिवार के रायविंड आवास को घेरने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने विभिन्न पीटीआई कार्यकर्ताओं और नेताओं के घरों पर पुलिस की छापेमारी के वीडियो भी जारी किए।

 

PTI के अध्यक्ष खान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा ‘‘शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हमारे सभी नागरिकों का अधिकार है। पंजाब और इस्लामाबाद में पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं पर क्रूर कार्रवाई ने हमें एक बार फिर दिखा दिया है, जिससे हम परिचित हैं सत्ता में रहते हुए PML-N की फांसीवादी प्रकृति। वर्तमान कार्रवाई भी संचालकों के बारे में गंभीर सवाल उठाती है।'' खान ने आगे कहा कि जब वह पद पर थे तो उनकी सरकार ने पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन और जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (एफ) के विपक्षी विरोध मार्च को कभी नहीं रोका। उन्होंने कहा कि यह डेमोक्रेट और कट्टरपंथियों के बीच का अंतर है।  


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Content Writer

Tanuja

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