म्यांमार में सेना ने अब तक ली 500 लोगों की जान, सड़कों पर कचरा फेंक विरोध कर रहे लोग

punjabkesari.in Wednesday, Mar 31, 2021 - 01:36 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः म्यांमार में  सोमवार को सुरक्षा बलों के हाथों 14 अन्य लोगों की  मौत के बाद 1 फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के खिलाफ चल रहे प्रदर्शनों में मरने वाले लोकतंत्र समर्थक प्रदर्शनकारियों की संख्या 500 से अधिक हो गई है। इस बीच म्यांमार की सेना ने मंगलवार को देश के पूर्वी हिस्से में और हवाई हमले किए हैं। इससे पहले भी इसी तरह की कार्रवाई की वजह से कारेन जाति के हजारों लोगों को थाईलैंड भागना पड़ा था।  एक रिपोर्ट के अनुसार असिस्टेंट एसोसिएशन फॉर पॉलिटिकल प्रिजनर्स (एएपीपी) ने अभी तक देशव्यापी मौत का आंकड़ा 510 बताया है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अब लोग सड़कों पर कूड़ा फेंककर सविनय अवज्ञा आंदोलन कर रहे हैं।

म्यांमार में बिगड़ती स्थिति अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को चिंतित कर रही है। विशेष रूप से 27 मार्च को एक ही दिन में 114 लोगों की मौत के बाद चिंता काफी बढ़ गई है। यूरोपीय संघ ने इसे ‘आतंक का दिन’ करार दिया है। लोकतंत्र समर्थकों पर हालिया बड़ा अत्याचार यांगून के दक्षिण डगन टाउनशिप में देखने को मिला है। यहां अपने आंखों से खौफनाक मंजर देखने वाले लोगों का कहना है कि पिछले दो दिनों के दौरान इलाके में सेना ने एक विशेष मुहिम को अंजाम दिया है, जिससे पूरा मोहल्ला दहशत में आ गया है।

 
विरोध प्रदर्शनों के प्रमुख समूहों में से एक द जनरल स्ट्राइक कमेटी ऑफ नेशनलिटीज ने सोमवार को म्यांमार के जातीय सशस्त्र समूहों से प्रदर्शनकारियों के पक्ष में खड़े होने का आग्रह किया। मंगलवार को इस तरह के तीन समूहों ने इस आह्रान का संज्ञान लिया है। एक संयुक्त बयान में उन्होंने सेना के कार्यों की द्दढ़ता से निंदा की और कहा कि वे म्यांमार के लिए लड़ रहे लोगों के परिवार के सदस्यों के साथ अपनी सहानुभूति साझा करते हैं।

 

उधर, थाईलैंड के प्रधानमंत्री ने कहा कि जो ग्रामीण गत सप्ताहांत हवाई हमले की वजह से भाग कर आए थे, वे स्वयं लौटे हैं। उन्होंने थाईलैंड के सुरक्षाबलों द्वारा म्यांमार से भाग कर आए लोगों को जबरन वापस भेजने से इनकार किया। इस बीच, पूर्वी क्षेत्र में स्थिति और खतरनाक होती जा रही है। कारेन जाति का प्रतिनिधित्व करने वाले मुख्य राजनीतिक निकाय कारेन नेशनल यूनियन (केएनयू) ने दावा किया कि म्यांमार की सेना ने संघर्ष विराम समझौते को तोड़कर हाल में हवाई हमला किया और उसे इसका जवाब देना होगा।

 


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Content Writer

Tanuja

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