वैज्ञानिकों का दावाः सूंघने की शक्ति कम होना भी हो सकता है कोरोना का लक्षण
punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 05:25 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में दहशत का माहौल है। इसके लक्षणों, बचाव व उपचार को लेकर कई तरह खबरें प्रसािरत हो रही हैं। इसके अलावा वैज्ञानिक कोरोना का उपचार ढूंढने में लगे हुए हैं। इस बीच फ्रांस और ब्रिटेन के वैज्ञानिकों का इसके लक्षणों को लेकर चौंकाने वाला दावा किया गया है। कोरोना संक्रमित मरीजों का निरीक्षण कर रहे फ्रांसीसी वैज्ञानिकों का मानना है कि सूंघने व स्वाद की शक्ति कम होना भी कोरोना का लक्षण हो सकता है।
फ्रांसीसी स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख जेरोम सलोमन का कहना है कि अचानक सूंघने की शक्ति गायब हो जाना खतरनाक होता है और यह कोराना का लक्षण भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि खासकर युवाओं में इस समस्या के लक्षण होना चिंता का विषय हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार इस शक्ति में कमी का होना कई बार गंभीर रूप भी ले सकता है। मामला तब गंभीर होता है जब स्मैल सेंस के कमजोर होने के कारण पीड़ित एलपीजी, प्लास्टिक वायरिंग के जलने या भोजन के खराब होने की स्मैल को महसूस करने से भी वंचित रह जाता है। ऐसे में परेशानियां बढ़ने के साथ ही जान को भी खतरा हो सकता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि आमतौर पर लोग सूंघने की शक्ति में कमी आने पर भी इलाज या चेकअप की जरूरत को टाल देते हैं जबकि इस तकलीफ से भी गंभीर खतरा होने की आशंका हो सकती है। ईएनटी यूके, जो यूके में कान, नाक और गले के विशेषज्ञों का प्रतिनिधित्व करता है, ने सुझाव दिया है कि लोगों को आत्म-पृथक करने के लिए वर्तमान लक्षण मानदंडों में सूंघने की शकि्त में कमी को भी जोड़ लेना चाहिए।ब्रिटिश राइनोलॉजिकल सोसाइटी के एक बयान में कहा गया, कोरोना संक्रमण से रोगियों में वृद्धि तेजी से बढ़ रही है, और इसके संक्रमितों में सूंघने कीी शक्ति कम होने के लक्षण भी पाए जा रहे हैं ।
शोध के अनुसार गंध के अहसास में कमी के आने की यह परेशानी पुरुषों की तुलना में महिलाओं को ज्यादा होती है। यहां परेशानी इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि खाना तैयार करने या रसोई में रहने का दायित्व महिलाओं के हिस्से ज्यादा आता है। सूंघने की यह प्राकृतिक शक्ति आपके लिए चेतावनी देने वाले साधन के रूप में महत्वपूर्ण होती है। इसके खत्म हो जाने पर 'एनोस्मिया" की स्थिति बन जाती है। ऐसे में इसका ठीक से काम न करना खतरनाक रूप भी ले सकता है।