"दुश्मन" ने लीक की पुतिन के बेशकीमती सीक्रेट महल की तस्वीरें, चौंक गई दुनिया (Photos)
punjabkesari.in Sunday, Jan 23, 2022 - 12:20 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे बड़े "दुश्मन" एलेक्सेई नवेलनी की टीम ने पुतिन के एक सीक्रेट महल की तस्वीरें ऑनलाइन शेयर कर दुनिया को चौंका दिया है। इन तस्वीरों को नवलनी द्वारा स्थापित भ्रष्टाचार विरोधी फाउंडेशन (FBK) द्वारा जारी किया गया है। नवेलनी की टीम का दावा है कि यह तस्वीरें ब्लैक सी में स्थित महल की है। इस महल में ऐशो-आराम का पूरा इंतजाम है। पुतिन के एंटरटेनमेंट के लिए पोल डांस रूम, स्ट्रिपटीज हॉल, हुक्का लाउंज भी । FBK ने कहा है कि तस्वीरें इमारत के निर्माण के दौरान ली गई थी।
जनवरी 2021 में FBK ने आरोप लगाया था कि ऐसा एक महल मौजूद है जो पुतिन 2014 से ही चुपके से 17,691 वर्ग मीटर में बना रहे थे। महल की कीमत करीब 7500 करोड़ रुपए (1 अरब डॉलर) है। इससे पहले तस्वीरें जारी कर बताया गया था कि महल में कैसीनो और एक्वा डिस्को भी है। यह 16 मंजिला महल सी-फेसिंग है। इसकी ज्यादातर मंजिलें अंडरग्राउंड है। इसे हॉलीवुड कैरेक्टर जेम्स बांड के सीक्रेट ठिकाने की तरह बताया जाता है। महल को लेकर राष्ट्रपति पुतिन की ओर से कहा गया है कि यह उनके अरबपति दोस्त का है। जबकि रूस का प्रतीक दो सिरों वाला ईगल पूरे महल में दिखता है। इससे साबित होता है कि महल आधिकारिक है।
टाइम मैगजीन से बात करते हुए नवेलनी ने पुतिन पर कई आरोप लगाए हैं। नवेलनी का दावा है कि पुतिन खुद को सत्ता में बनाए रखने के लिए किसी को भी रास्ते से हटा देते हैं। उन्होंने रूस में किसी भी विरोध कुचलने के लिए 4 लाख जवानों की फौज तैयार की है। नवेलनी ने कहा- देश में भ्रष्टाचार का खुलासा करने के लिए उन्होंने 2011 में एक फाउंडेशन शुरू किया था। इस फाउंडेशन ने कई रईसों के काले कारनामों को उजागर किया। जिसके बाद देश में निष्पक्ष चुनाव को लेकर कई लोग सड़कों पर आ गए।
बाद में सरकार ने 2012 में उन पर लकड़ी घोटाले के आरोप में छापेमारी की और उनके भाई को चोरी के आरोप में जेल भेज दिया। नवेलनी ने 2013 में मॉस्को के मेयर का चुनाव भी लड़ा था, जिसमें उन्हें 30% वोट मिले थे। जब उन्होंने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का ऐलान किया तो सरकार ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 2020 में साइबेरिया में उन्हें जहर दिया गया था, जब इससे भी उनकी जान बच गई और वे देश लौटे तो उन्हें जेल में डाल दिया।