जॉनसन एंड जॉनसन जल्द 12 से 18 वर्ष के युवाओं में करेगी कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग

punjabkesari.in Saturday, Oct 31, 2020 - 02:07 PM (IST)

 

लॉस एंजलिसः जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी के एक अधिकारी ने शुक्रवार को  यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की बैठक में कहा कि कंपनी जल्द ही 12 से 18 वर्ष की आयु के युवाओं में अपनी प्रयोगात्मक कोरोना वैक्सीन की टेस्टिंग शुरू करने जा रही है। जॉनसन एंड जॉनसन के जेरी सेड्रोफ ने बैठक में बताया कि हम जल्दी ही बच्चों में कोविड-19 वैक्सीन की टेस्टिंग किए जाने की प्लानिंग कर रहे हैं। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कंपनी छोटे बच्चों पर भी टेस्टिंग का विचार कर रही है। हालांकि अभी12 से 19 साल के युवाओं पर टेस्टिंग होगी।

 

 जॉनसन एंड जॉनसन ने सितंबर महीने के अंत में 60,000 स्वयंसेवक फेज-III स्टडी में वयस्कों में टीके का परीक्षण शुरू किया था। इस महीने की शुरुआत में एक प्रतिभागी की गंभीर स्थिति को देखते हुए परीक्षण को रोकना भी पड़ा। यह स्टडी पिछले सप्ताह ही शुरू हुई ।  गौरतलब है कि दवा निर्माता कंपनी फाइजर इंक ने पहले ही कोविड-19 वैक्सीन की टेस्टिंग करना शुरू कर दिया है, जोकि 12 साल से कम उम्र के बच्चों में जर्मनी के बॉयोटेक के साथ विकसित हो रही है। 

 

बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन ने हाल ही में अपनी कोरोना वैक्सीन का क्लानिकल ट्रायल दोबारा शुरू किया है।  कंपनी का दावा है कि वो कोरोना वायरस वैक्सीन को अगले साल जनवरी में लॉन्च कर देगी। जॉनसन एंड जॉनसन ने अमेरिकी सरकार के साथ किए गए ट्रायल में करीब एक हजार लोगों को शामिल किया था, इससे पहले जुलाई महीने में बंदरों को भी सिंगल खुराक दी गई थी, यह ट्रायल सफल बताया गया था।

 

कंपनी ने 60 हजार लोगों पर तीसरे चरण का ट्रायल शुरू करने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन कोरोनावायरस के खिलाफ तीसरे चरण का ट्रायल करने वाली दुनिया की दसवीं कंपनी बनी है। दुनियाभर के देशों में कोरोना वैक्सीन के ट्रायल चल रहे हैं। भारत में भी इसके लिए ट्रायल हो रहे हैं। देश में तीन जगह वैक्सीन पर काम हो रहा है।पहली है- कोवैक्सीन, जिसे आईसीएमआर के सहयोग से भारत बायोटेक ने बना रहा है। दूसरी जायडस कैडिला की जायकोव-डी है। तीसरी- सीरम इंस्टीट्यूट और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड है।


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Tanuja

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